सत्यानंद राजद से इकलौते विधायक, समर्थकों में खासे उत्साह
पार्टी हाईकमान ने परिणाम के पहले ही आश्वस्त कर दिया है। राजद से एकलौते विधायक होने के कारण उनकी बात को कोई काट भी नहीं सकता है। मंत्री बनने की संभावना को देखते हुए कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। उनके बीच जश्न का माहौल है।
जागरण संवाददाता, चतरा : नवनिर्वाचित विधायक सत्यानंद भोक्ता का मंत्री बनना करीब-करीब तय माना जा रहा है। राजद से निर्वाचित होने वाले वह इकलौते विधायक हैं। राजद महागठबंधन का घटक दल है। चुनाव पूर्व झामुमो, कांग्रस और राजद के बीच गठबंधन हुआ था। मंत्री पद को लेकर हाई लेबल पर जिस पर से चर्चा चल रही है, उसमें मुख्यमंत्री लेकर झामुमो के खाते में कुल छह और कांग्रेस को पांच पद मिलना है। शेष एक मंत्री पद राजद को देने की बात चल रही है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भावी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मसौदे को लेकर मंगलवार की शाम दिल्ली रवाना हुए हैं। दिल्ली में ही सोनिया गांधी एवं कांग्रेस के दूसरे बड़े नेताओं के साथ इस पर चर्चा करेंगे। उसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। सत्यानंद भोक्ता पहले भी दो-दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। अर्जुन मुंडा के कार्यकाल में दोनों बार मंत्री बने थे। दरअसल भोक्ता पहले भाजपा में थे। 2000 और 2005 का चुनाव उन्होंने भाजपा के टिकट से ही निर्वाचित हुए थे। राज्य गठन के बाद बाबूलाल मरांडी की जगह अर्जुन मुंडा को मुख्यमंत्री बनाया गया, उसी समय सत्यानंद भोक्ता पहली बार मंत्री बने थे। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय का दायित्व मिला था। 2005 का चुनाव जीतने के बाद दूसरी बार कृषि एवं गन्ना विकास मंत्री बनाया गया था। डेढ़ वर्षों के बाद सत्ता परिवर्तन हो गया और मधु कोडा मुख्यमंत्री बने। उसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। इसी बीच 2009 का चुनाव हुआ। सत्यानंद भोक्ता सिमरिया से चुनाव लड़े और हार गए। 2014 में भाजपा ने उन्हें चतरा से टिकट नहीं दिया। झाविमो में चले गए। लेकिन चुनाव नहीं जीत पाए। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले झाविमो छोड़कर राजद में चले गए और विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार जनार्दन पासवान को पराजित कर मंत्री बनने के करीब पहुंच गए हैं। भोक्ता कहते हैं कि उनका मंत्री बनना तय है। पार्टी हाईकमान ने परिणाम के पहले ही आश्वस्त कर दिया है। राजद से इकलौते विधायक होने के कारण उनकी बात को कोई काट भी नहीं सकता है। मंत्री बनने की संभावना को देखते हुए कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। उनके बीच जश्न का माहौल है।