पुलिसकर्मी व कर्मचारियों ने समाहरणालय के समीप दिया धरना
झारखंड पुलिस एसोसिएशन, झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का दूसरे चरण का आंदोलन बुधवार को समाप्त हुआ। इस क्रम में जिले के करीब डेढ़ हजार पुलिसर्किमयों ने दिनभर भूखे पेट रहकर ड्यूटी की और अपनी नाराजगी से सरकार को अवगत कराने का प्रयास किया।
चतरा : झारखंड पुलिस एसोसिएशन, झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का दूसरे चरण का आंदोलन बुधवार को समाप्त हुआ। इस क्रम में जिले के करीब डेढ़ हजार पुलिसर्किमयों ने दिनभर भूखे पेट रहकर ड्यूटी की और अपनी नाराजगी से सरकार को अवगत कराने का प्रयास किया। इस क्रम में आंदोलित पुलिसकर्मी एवं कर्मचारियों ने समाहरणालय के समीप धरना भी दिया। धरना में जिला पुलिस एसोसिएशन और जिला पुलिस मेन्स एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे। धरना पर बैठे आंदोलनकारी र्किमयों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि उपवास के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि पुलिसकर्मी अब सीधे तौर पर आरपार की लड़ाई के मूड में है। यदि इसके बाद भी उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो 28 फरवरी से सभी पुलिसकर्मी पांच दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे। गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर प्रथम चरण में जिले के सभी पुलिसकर्मी 12 से 14 फरवरी तक काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी की थी। सदर थाना के पुलिस निरीक्षक सह थानेदार रामअवध ¨सह ने कहा कि मांगों के समर्थन में संघ ने चरणबद्ध आंदोलन की शुरूआत की है। पहला और दूसरे चरण का आंदोलन समाप्त हो चुका है। लेकिन अब तक मांगों पर किसी प्रकार का विचार नहीं किया गया है। झारखंड पुलिस एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डोमन रजक एवं झारखंड पुलिस मेन्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राहुल यादव ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया गया है। आंदोलन में पुलिस निरीक्षक से लेकर चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सात सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सात सूत्री मांगों में सीमित विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा नियमावली को समाप्त करने, लंबित 13 माह का वेतन अविलंब भुगतान करने, सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा के अनुरूप सत्ता का भुगतान करने, शहीद कर्मियों के आश्रित को मिलने वाली राशि का 25 प्रतिशत माता-पिता को देने आदि शामिल है।