बीज मद का 41.31 लाख गटक गए सात पैक्स अध्यक्ष
जुलकर नैन चतरा जिला सहकारिता पदाधिकारी कामदेव दास ने बीज मद का सरकारी राशि गटकने
जुलकर नैन, चतरा : जिला सहकारिता पदाधिकारी कामदेव दास ने बीज मद का सरकारी राशि गटकने वाले सात पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इन तत्कालीन पैक्स अध्यक्षों पर 41.31 लाख रुपये गबन का आरोप है। वित्तीय वर्ष 2016-17 व 17-18 में किसानों में बीज वितरण के लिए जिले के विभिन्न पैक्सों के अध्यक्षों ने जिला सहकारिता विभाग से अग्रिम लिया था। अग्रिम लेने के बाद किसानों से बीज बिक्री किया, लेकिन सात अध्यक्षों ने बिक्री के बाद राशि वापस नहीं किया। जबकि जिला सहकारिता पदाधिकारी कार्यालय से अग्रिम समायोजन कराने को लेकर इन्हें कई नोटिस भेजे गए। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। परिणामस्वरूप 2019 में इन सातों तत्कालीन पैक्स अध्यक्षों क्रमश: प्रतापपुर के योगियारा के सुनील यादव उर्फ सुरश यादव, लावालौंग के तत्कालीन अध्यक्ष संतोष कुमार साव, हंटरगंज व्यपार मंडल के अध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार सिंह, सदर प्रखंड के सीमा के तत्कालीन अध्यक्ष भागी सिंह, नावादा के तत्कालीन अध्यक्ष रामसेवक सिंह, टंडवा गाडीलौंग के तत्कालीन अध्यक्ष विजय कुमार गिरी व तेलियाडीह के तत्कालीन अध्यक्ष नागेश्वर साव के विरूद्ध सर्टिफिकेट केस दर्ज किया गया। लेकिन उसके बाद भी उन्होंने अग्रिम राशि वापस नहीं किया। इसी बीच जिला सहकारिता पदाधिकारी कामदेव दास का यहां से स्थानांतरण हो गया। स्थानांतरण से पूर्व उन्होंने 28 जुलाई को इन तत्कालीन पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ सरकार राशि गबन करने, विभाग के साथ धोखाधड़ी करने और अनियमितता का आरोप लगाते हुए संबंधित प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। अब जिले के चतरा, लावालौंग, टंडवा, हंटरगंज व प्रतापपुर थाना में संबंधित अध्यक्षों के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी चल रही है। किसके ऊपर कितना बकाया पैक्स का नाम तत्कालीन अध्यक्ष बकाया राशि व्यापार मंडल हंटरगंज कौश्लेंद्र कु. सिंह 13,81,620 रुपये योगियारा सुनील यादव 1,39,190 रुपये सीमा भागी सिंह 13,37,705 रुपये नवादा रामसेवक सिंह 1,12,500 रुपये गाड़ीलौंग विजय कु. गिरी 6,97,500 रुपये तेलियाडीह नागेश्वर साव 3,37,500 रुपये लावालौंग संतोष कुमार साव 1,25,500 रुपये कुल :::::::::::::::::::::: 41,31,515 रुपये अधिकारी वर्जन अग्रिम का समायोजन को लेकर कई बार नोटिस दिया गया। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। बाद में सर्टिफिकेट केस भी किया गया। उसके बाद भी अग्रिम वापस नहीं किया। अंत में उनके खिलाफ सरकारी राशि एवं विभाग के साथ धोखाधड़ी करने को लेकर संबंधित प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। कामदेव दास, जिला सहकारिता पदाधिकारी, चतरा।
================= हजारीबाग में भी बीच घोटाले में चल रही जांच हजारीबाग में दिसंबर 2019 में 2800 क्विटल गेहूं के बीज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत जिला परिषद के सदस्य के द्वारा की गई थी। इसमें अब तक बीज वितरक एजेंसी को राशि नहीं दी गई है। मामले की जांच उपनिदेशक कृषि के द्वारा की गई थी, जिसमें कई अनियमितता सामने आई थी। हालांकि, जिला कृषि पदाधिकारी ने जांच रिपोर्ट पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद दोबारा से जांच की जा रही है।