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बरगद के पेड़ तले पूजा कर सुहाग की सलामती की कामना

बेरमो पति की दीर्घायु के लिए प्रार्थना करते हुए बेरमो कोयलांचल में गुरुवार को जगह-जगह सु

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 11:32 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 11:32 PM (IST)
बरगद के पेड़ तले पूजा कर सुहाग की सलामती की कामना
बरगद के पेड़ तले पूजा कर सुहाग की सलामती की कामना

बेरमो : पति की दीर्घायु के लिए प्रार्थना करते हुए बेरमो कोयलांचल में गुरुवार को जगह-जगह सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री पूजा की। बरगद के पेड़ तले पूजा कर सुहाग की सलामती की कामना की। साथ ही, महिलाओं ने बरगद के पौधे लगाने एवं वटवृक्ष की रक्षा करने का संकल्प भी लिया। पिछरी बस्ती स्थित काली मंदिर परिसर के वटवृक्ष तले सुहागिन महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर परिक्रमा की। उसके बाद एक-दूसरे को सिदूर लगाकर पति की लंबी उम्र की कामना की। यहां पुजारी शंकर पांडेय व पवन पाठक ने उपस्थित महिलाओं को वट सावित्री व्रत की विशेषता बताते हुए सती सावित्री व सत्यवान की कथा सुनाई। बताया कि जो महिला निर्जला उपवास कर यह पूजा करती हैं, उन्हें सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट क्षेत्र में भी महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु एवं बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए वट सावित्री पूजा की। यहां के पेंक , नारायणपुर, पोखरिया, कोठी, मुंगोरंगामाटी, पलामू, बरई कंजकिरो, पिलपिलो पिपराडीह, गोनियाटो, बंशी ग्राम आदि में वट सावित्री की पूजा की गई। नारायणपुर की आशा देवी ने बताया कि इस व्रत में वटवृक्ष के समीप कलश स्थापना कर सर्वप्रथम गणेशजी की पूजा करने के बाद नवग्रहों की पूजा एवं सती सावित्री की पूजा की जाती है। पूजा के क्रम में फल-फूल एवं श्रृंगार के सामान अर्पित किए जाते हैं। साथ ही मौली धागा वटवृक्ष के तने में बांधकर 108 बार परिक्रमा की जाती है। वहीं, मौली धागा को वटवृक्ष की तने में लपेटते हुए परिक्रमा भगवान विष्णु के लिए की जाती है और वटवृक्ष के पत्तों को भगवान शंकर का स्वरूप मानकर सुहागिन महिलाएं अपने पति के सिर पर डालती हैं। उसके बाद पैर छूकर अपने पति से आशीर्वाद लेती हैं।

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वहीं, फुसरो नगर क्षेत्र के नया रोड, बीडीओ ऑफिस, स्टाफ क्वार्टर, करगली, रीजनल कॉलोनी, ढोरी बस्ती, मकोली, सेंट्रल कॉलोनी, सुभाषनगर, जवाहरनगर आदि में सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री पूजा कर पति की लंबी उम्र की कामना की। सुहागिन महिलाओं ने उपवास रखकर व श्रृंगार कर वट वृक्ष के नीचे सामूहिक रूप से पूजा की। पूजा के बाद महिलाओं ने सती सावित्री व उनके पति सत्यवान की कथा सुनीं। आंबेडकर कॉलोनी के समीप के बरगद पेड़ तले राजेंद्र पांडेय ने पूजा कराई। साथ ही बताया कि पति की दीर्घायु व सुख-समृद्धि के लिए वट सावित्री पूजा की जाती है।


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