हड़ताल तय करेगा कोयला उद्योग के मजदूरों का भविष्य
बोकारो कोल सेक्टर में मजदूरों के हक-अधिकार के हनन को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सक
बोकारो : कोल सेक्टर में मजदूरों के हक-अधिकार के हनन को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति में कोयला उद्योग में कॉमर्शियल माइनिग पूंजीपतियों के इशारों पर केंद्र सरकार ने कोयला मजदूरों के भविष्य को अंधकार की ओर ले जाने का प्रयास है। इसके विरोध में कोयला उद्योग में होने दो जुलाई से होने वाली तीन दिवसीय हड़ताल ऐतिहासिक होगी। यह बातें पूर्व सासंद इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर दुबे ने मंगलवार को बोकारो में आयोजित सीसीएल रिजनल कमेटी की बैठक में कही।
दुबे ने कहा कि यह हड़ताल कोयला उद्योग से जुड़े मजदूरों के अस्तित्व का सवाल है और मजदूरों के अस्तित्व को बचाने के लिए इंटक के एक-एक कार्यकर्ता अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए हड़ताल को सफल बनाएं। सर्वसम्मति मो. जॉनी को कथारा एरिया के अध्यक्ष एवं वरुण कुमार सिंह को कथारा एरिया सचिव मनोनीत किया गया। बैठक की अध्यक्षता रिजनल अध्यक्ष इसराफिल अंसारी ने किया। बैठक में देवतानंद दुबे, उदय प्रताप सिंह, मो. जॉनी, फारुख अंसारी, अनुराग सिंह, संतोष कुमार सिंह, ऋषिकेश मिश्रा, एआर साहेब, निशा भगत, अताउल्ला अंसारी, मिथिलेश दूबे, रमेश पांडेय आदि उपस्थित थे।