जीवन का सार बताएंगे पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद
आदि शंकराचार्य ने 507 ईसा पूर्व शताब्दी में चार प्रमुख मठ की स्थापना की। इनमें से एक गोवर्द्धन मठ पुरी है। यहां के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती बोकारो के श्रद्धालुओं को जीवन का सार बताएंगे। वे 26 दिसंबर को बोकारो आएंगे।
जागरण संवाददाता, बोकारो: आदि शंकराचार्य ने 507 ईसा पूर्व शताब्दी में चार प्रमुख मठ की स्थापना की। इनमें से एक गोवर्द्धन मठ पुरी है। यहां के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती बोकारो के श्रद्धालुओं को जीवन का सार बताएंगे। वे 26 दिसंबर को बोकारो आएंगे। यहां संध्या में धर्म सम्मेलन में प्रवचन देंगे। इस आशय की जानकारी शंकराचार्य पुरी के राष्ट्रीय प्रभारी प्रेम चंद्र झा ने दी।
बोकारो इस्पात नगर के लोहांचल क्लब में उन्होंने कहा कि 27 दिसंबर को वे लोगों की शंका का समाधान करेंगे। लोग इनसे प्रश्न कर सकेंगे। कहा कि शंकराचार्य चारों धाम की रक्षा करते हैं। अगर शंकराचार्य नहीं होते तो लोग विधर्मी हो जाते। सनातन धर्म बचेगा तो देश बचेगा। इस पर विचार करना चाहिए। अभी भी भारतीय परंपरा गांव व छोटे कस्बे में बसी है। नगरों में इसका लोप सा हो रहा है। उन्होंने बोकारो में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के कार्यक्रम की तैयारी से संबंधित चर्चा की।
मौके पर ललन सिंह, अजय कुमार, गोपाल पांडेय, अनिल त्रिपाठी, उदय शंकर पांडेय, मीना झा, हेमचंद्र झा आदि उपस्थित थे।