हंगामा के बाद सदर अस्पताल में भर्ती हुई महिला
जागरण संवाददाता बोकारो बोकारो सदर अस्पताल में मंगलवार को चंद्रपुरा प्रखंड के नर्रा पंचायत
जागरण संवाददाता, बोकारो : बोकारो सदर अस्पताल में मंगलवार को चंद्रपुरा प्रखंड के नर्रा पंचायत की बसंती देवी को चिकित्सकों ने यह कहकर भर्ती नहीं लिया कि उनकी स्थिति गंभीर है। इसके बाद महिला के पति मनोज महतो के मित्रों ने वीडियो के साथ पीड़ा सोशल मीडिया पर साझा की। सीएम को ट्वीट करके यह जानकारी दी गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और बसंती का इलाज प्रारंभ हुआ।
मनोज का कहना है कि बीते एक सप्ताह से उनकी पत्नी बसंती की तबीयत खराब थी। स्थानीय चिकित्सकों से वह इलाज करवा रहे थे। इस बीच अचानक से पत्नी की आंख और चेहरे में सूजन आ गया। उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सक कहने लगे कि आप रांची या धनबाद चले जाइए। बसंती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव थी। लगभग दो घंटे तक चिकित्सक से पत्नी को भर्ती करने की वह गुहार लगाता रहा। लेकिन चिकित्सक इलाज करने को तैयार नहीं थे। चिकित्सकों का यह व्यवहार उसे विचलित करने लगा। साथ में आए उसके मित्रों ने बीमार पत्नी का फोटो सोशल मीडिया पर डाल दिया। बताया कि आप यहां से लेकर चले जाइए, वीडियो वायरल करने से क्या होता है। ऐसा वीडियो वायरल करने से उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है। लेकिन ट्वीट और वीडियो का असर हुआ। दबाव बढ़ने पर चिकित्सक ने बसंती को अस्पताल में भर्ती कर लिया।
हालांकि मनोज की पत्नी की तबीयत अत्यंत खराब है। मनोज के अनुसार उसकी पत्नी की आंख की रौशनी भी जा चुकी है। हाल में इस प्रकार का मामला रांची में आया है जब कोरोना संक्रमित मरीज स्ट्राइड एवं अन्य दवा के दुष्प्रभाव में आकर ब्लैक फंगस के कारण अपनी आंख की रोशनी गंवा चुके हैं। इन सबके बावजूद चिकित्सक चाहते तो प्राथमिक उपचार के बाद भी बसंती को रेफर करने की प्रक्रिया कर सकते थे।