रोजगार के तलाश में भटक रहे विस्थापित परिवार
नियोजन सहित अन्य मांगों को लेकर विस्थापित संयुक्त मोर्चा की ओर से बुधवार को बीएसएल प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट को जाम कर धरना दिया गया। इसके बाद प्रबंधन के विरोध में उपस्थित विस्थापितों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, बोकारो: नियोजन सहित अन्य मांगों को लेकर विस्थापित संयुक्त मोर्चा की ओर से बुधवार को बीएसएल प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट को जाम कर धरना दिया गया। इसके बाद प्रबंधन के विरोध में उपस्थित विस्थापितों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष निवारण दिगार ने कहा कि बीएसएल प्रबंधन ने विस्थापितों को हमेशा से धोखा देने का काम किया है, लेकिन विस्थापित अब बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं। प्रबंधन को हर हाल में इन्हें नियोजन देना होगा। उन्होंने कहा कि विस्थापितों ने अपनी जमीन विकास कार्य के लिए दी थी, लेकिन उनका सपना बस सपना बन कर ही रह गया है। विस्थापित परिवार आज रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं, इसके बावजूद प्रबंधन विस्थापितों के लिए नियोजन की प्रक्रिया शुरू नहीं कर डंडे बरसा रहा है। विस्थापित अब प्रबंधन के साथ आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।
इसके पूर्व विस्थापितों ने नया मोड़ से प्रशासनिक भवन तक जुलूस निकाला। होमगार्ड के जवानों ने विस्थापितों को प्रशासनिक भवन जाने से रोका, लेकिन संगठन के लोगों ने जबरन प्रशासनिक भवन के पास पहुंच कर धरना दिया। मौके पर गोपाल महली, जगतु महली, विनोद गोस्वामी, मोती लाल मुर्मू, प्रहलाद मांझी, सुजीत दिगार, पंचानन महतो, डेगलाल गिरि, सुभाष दास, ललन महतो, नितेश सिंह आदि मौजूद थे।