फायरिंग का वीडियो वायरल होने के मामले में युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष पर कसा शिकंजा
जागरण संवाददाता बोकारो युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष मयंक सिंह के जोधाडीह मोड़ स्थित आवास क
जागरण संवाददाता, बोकारो: युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष मयंक सिंह के जोधाडीह मोड़ स्थित आवास की पुलिस ने तलाशी ली। चास थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर रामप्रवेश कुमार की अगुवाई में तीन वाहनों से महिला पुलिस कर्मियों के साथ टीम यहां पहुंची। एक घंटे तक पुलिस ने मयंक के घर के हर कोने को खंगाला। आलमारी से लेकर दीवान तक खोला गया। कहीं भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग सका।
मयंक के पिता पवन सिंह व छोटे भाई सिद्धार्थ सिंह ने पत्रकारों को बताया कि बिहार के रोहतास जिले में शिवपुर के पूर्व मुखिया अमित सिंह पहले बोकारो में रहता था। उनका पुत्र मयंक व अमित डीएवी स्कूल में साथ ही पढ़ते थे। अमित चुनाव लड़ने या फिर अन्य जरूरतों का हवाला देकर उनसे सहयोग लेते रहता था। क्लास मेट होने के कारण अमित को आर्थिक सहायता देते रहते थे। धीरे-धीरे अमित ने धमकी देकर रुपये लेने की कोशिश शुरू कर दी। उसने रंगदारी देने से इन्कार करने पर छोटे बेटे सिद्धार्थ को पतरातू से अगवा कर पीटा। इस मामले में 23 जनवरी को रामगढ़ के पतरातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। अमित समेत अन्य को नामजद किया गया। इसी मामले में समझौता का दबाव अमित बना रहा था। कहता था कि अगर समझौता नहीं किए तो वह एक वीडियो वायरल करेगा।
इसी वायरल वीडियो से उनके बेटे मयंका भविष्य बर्बाद करने की बात भी अमित कहता था। जहां तक एके-47 से फायरिग की बात है इसमें उनके पुत्र के खिलाफ बड़ी साजिश की गई है। जांच हो रही है। सच्चाई सामने आ जाएगी। बेटे के हाथ में दिख रहा हथियार खिलौना भी हो सकता है। सच का खुलासा हो ही जाएगा। वह जांच में किसी भी एजेंसी को पूरी तरह से सहयोग करेंगे। इधर मयंक के घर पहुंचे युवा जदयु के राष्ट्रीय महासचिव निर्मल सिंह ने बताया कि हथियार वाला मामला जांच का विषय है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मयंक दोषी हैं या निर्देश।