मुआवजा व नियोजन के बाद ही चालू होगी कोलियरी
विस्थापित नेता काशीनाथ सिंह ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन व पेटरवार अंचल के अधिकारी द्वारा चुपके-चुपके पिछरी कोलियरी की जमीन का सत्यापन कर रहे हैं।
पिछरी (बेरमो) : बंद पड़ी पिछरी कोलियरी से संबंधित रैयतों व विस्थापितों ने शनिवार को कोलियरी के पास बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई। विस्थापित नेता काशीनाथ सिंह ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन व पेटरवार अंचल के अधिकारी द्वारा चुपके-चुपके पिछरी कोलियरी की जमीन का सत्यापन कर रहे हैं। इस कारण रैयतों के बीच गलत संदेश जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जमीन के सत्यापन के लिए रैयतों का प्रतिनिधिमंडल दस दिनों के अंदर उपायुक्त से भेंट करेगा। अधिग्रहीत जमीन को शिविर लगाकर सत्यापित कराने का अनुरोध उपायुक्त से किया जाएगा। अगर सीसीएल प्रबंधन अधिग्रहीत जमीन का सत्यापन जल्द कराकर रैयतों को मुआवजा व नियोजन नहीं देगा, तो पिछरी कोलियरी चालू नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष के फरवरी माह में अंगवाली व पिछरी सहित डीआर एंड आरडी परियोजना के विस्थापितों व रैयतों को एकजुट कर आंदोलन किया जाएगा। कहा कि कोरोना की शुरुआत होने के बाद पिछरी कोलियरी से गांव टुंगरीकुल्ही व जामटांड़ में जमीन के सर्वे का कार्य बंद कर दिया था। उसे जल्द से जल्द चालू किया जाए। कहा कि उपायुक्त से भेंट करने के बाद केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल को यहां के रैयतों की समस्या से अवगत कराया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता निमाई सिंह ने की। संचालन मनोज सिंह ने किया। मौके पर काली सिंह, अशोक महतो, सुरेश सिंह, मुकेश सिंह, शोबराती अंसारी, जीरवा देवी, कजली देवी, राधा देवी, संतोषी देवी, गुड़िया देवी, सारो देवी, महेंद्र सिंह, नारायण मल्लाह, सुखदेव तुरी, लखन सिंह, बालो सिंह, बद्री सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।