प्रतिदिन आठ रैक कोयला बिजली संयंत्रों को भेजा जा रहा
कथारा (बेरमो) देश के पावर प्लांटों व अन्य कल-कारखानों में व्याप्त कोयले की किल्लत को दूर
कथारा (बेरमो) : देश के पावर प्लांटों व अन्य कल-कारखानों में व्याप्त कोयले की किल्लत को दूर करने की दिशा में सीसीएल की ओर से प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत कोयले का संप्रेषण बढ़ाने को सीसीएल प्रबंधन रेस हो गया है। सीसीएल बी एंड के प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक एमके राव ने गुरुवार को जारंगडीह रेलवे साइडिग का निरीक्षण कर रेल रैक से कोल डिस्पैच में तेजी लाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। उनके साथ कोनार-खासमहल परियोजना के पीओ डीके गुप्ता एवं क्षेत्रीय विक्रय पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह भी थे। महाप्रबंधक ने मैनेजर के मांझी से कोयला संप्रेषण की गति की जानकारी ली। उसके बाद कोल क्रशरों का निरीक्षण कर कहा कि देश में कोयले की जो किल्लत हुई है, उसे दूर करने का प्रयास बेरमो कोयलांचल अंतर्गत सीसीएल के तीनों प्रक्षेत्र बी एंड के, ढोरी व कथारा कर रहा है। प्रत्येक दिन सात-आठ रैक कोयला विभिन्न प्लांटों में भेजा जा रहा है।
महाप्रबंधक राव ने कहा कि अब बरसात का मौसम समाप्ति की ओर है। अब कोयले का उत्पादन भरपूर होगा। साथ ही संप्रेषण भी अधिक किया जा सकेगा। कोल स्टाक यार्डों व रेलवे साइडिग से कोयले की चोरी रोकने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। सभी कोल स्टाक यार्डों व रेलवे साइडिग में सीआइएसएफ एवं सीसीएल के सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर जगह-जगह छापेमारी भी कराई जा रही है। कोयले की चोरी को हर हाल में रोका जाएगा और उत्पादन व संप्रेषण में तेजी लाकर केयले की कमी दूर की जाएगी। सीसीएल देश के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। कोयले की कमी नहीं होने दी जाएगी। मौके पर सीसीएल के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।