कोल सेक्टर में कॉर्मिशयल माइनिग का विरोध
कथारा (बेरमो) कोल सेक्टर में कॉर्मिशयल माइनिग का विरोध करते हुए श्रमिक संगठन भारतीय
कथारा (बेरमो) : कोल सेक्टर में कॉर्मिशयल माइनिग का विरोध करते हुए श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ की ओर से बुधवार को सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया।
यहां उपस्थित यूनियन प्रतिनिधियों ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्रदर्शन करने के बाद राष्ट्रपति के नाम का सात सूत्री मांगपत्र स्थानीय महाप्रबंधक एमके पंजाबी को सौंपा। संघ के प्रभारी रवींद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि कोरोना के कारण देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो गई है। किसानों व असंगठित मजदूरों के साथ ही आमजनों की स्थिति बेहद खराब हो गई है। ऐसे में किसानों व श्रमिकों के अलावा आमजनों के उत्थान के लिए केंद्र सरकार की ओर से 20 लाख करोड़ रुपये आवंटित किया जाना सराहनीय कदम है। वहीं जो कुछ निर्णय लागू करने का प्रयास केंद्र सरकार कर रही है। वह काफी निदनीय है। इसका विरोध संघ कर रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त निर्णयों में कोल सेक्टर में कॉर्मिशयल माइनिग कराना भी शामिल है, जो सार्वजनिक कोयला उद्योग को निजीकरण की ओर ले जाएगा। इसलिए उस निर्णय को वापस लिया जाए, अन्यथा लॉकडाउन समाप्त होने के बाद जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग करने की साजिश की जा रही है। उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश व गुजरात सरकार की ओर से तीन साल या उससे अधिक समय के लिए श्रम कानूनों को रद करने के लिए अध्यादेश पारित किया गया है। वहीं महाराष्ट्र, गोवा, राजस्थान, ओडिशा, बिहार आदि राज्य सरकारों की ओर से पाली आधारित कार्य की अवधि बढ़ा दी गई है। उक्त सभी नए नियमों व अध्यादेशों को निरस्त किया जाए। सभी असंगठित श्रमिकों को मार्च व अप्रैल माह की मजदूरी की पूरी राशि भुगतान की जाए। उन्होंने कहा कि इन मांगों का निराकरण केंद्र सरकार तत्काल करे, अन्यथा भारतीय मजदूर संघ की ओर से चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। मौके पर दिलीप कुमार, विजयानंद प्रसाद, रामेश्वर कुमार मंडल, राजकुमार मंडल, प्रकाश विश्वकर्मा, बुधन प्रजापति, यदुनाथ गोप, राजू स्वामी, पीडी बर्मन, एमएन सिंह, फिरोज अहमद, भानु लोहार आदि उपस्थित थे।