जीवन में जीत के जज्बे से नीलम के सपने को लगे पंख
जीवन में जीत के जज्बे से नीलम के सपनों को पंख लगे। सकारात्मक सोच के साथ कठिन परिश्रम से इसने सफलता की सीढ़ी तय की।
जागरण संवाददाता, बोकारो: जीवन में जीत के जज्बे से नीलम के सपनों को पंख लगे। सकारात्मक सोच के साथ कठिन परिश्रम से इसने सफलता की सीढ़ी तय की। बोकारो की बेटी नीलम कुमारी ने जेपीएससी की परीक्षा में सफलता का परचम लहराया। इनका चयन झारखंड शिक्षा सेवा के लिए किया गया है।
चार वर्ष के लंबे इंतजार के पश्चात जैसे ही परीक्षा का परिणाम आया, नीलम व इनके परिजनों के चेहरे खुशी से खिल गए। बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर चार जी निवासी नीलम के पिता स्व शत्रुघ्न कुमार शर्मा बोकारो इस्पात संयंत्र में कार्यरत थे। माता योगावली शर्मा गृहिणी हैं। माता-पिता ने इन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। जीवन में सदैव आगे बढ़ने की सीख दी।
विद्यार्थियों को पढ़ाने के साथ स्वयं की तैयारी: नीलम ने कहा कि बीएसएल उच्च विद्यालय सेक्टर चार ई से मैट्रिक व बीएसएल प्लस टू उच्च विद्यालय सेक्टर छह से आइएससी की परीक्षा द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण की। इसके बाद बोकारो महिला कालेज से बीएससी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन किया। इसके बाद पटना के एक शिक्षण संस्थान में पढ़ाने लगीं। 2017 में बोकारो लौटीं तो यहां बच्चों को सिविल सविर्सेज, बीपीएससी, जेपीएससी परीक्षा की तैयारी कराने लगीं। यू ट्यूब के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराती थीं, लेकिन जीवन का मकसद कुछ और था। कड़ी मेहनत से नीलम ने पहले ही प्रयास में जेपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। माता-पिता के अलावा शिक्षक नित्यानंद पांडेय आदर्श हैं। परिजनों ने कहा कि परिणाम के लिए लगभग चार वर्ष इंतजार करना पड़ा, लेकिन परिणाम सुखद रहा। विद्यार्थियों को धैर्य नहीं खोना चाहिए। बुलंद हौसले से सफलता की राह तलाश करनी चाहिए।