लॉकडाउन में बंद पड़े उद्योगों को आदेश का इंतजार, राहत मिली तो फिर लौटेगी इनकी रंगत Bokaro News
यदि केन्द्र की तर्ज पर राज्य उद्योग विभाग छूट देता है तो बोकारो धनबाद व गिरिडीह के लगभग पांच सौ उद्योगों में काम प्रारंभ हो जाएगा। इससे लगभग 20 हजार लोगों को काम मिल सकेगा।
जेएनएन, बोकारो: लॉकडाउन में उद्योग-धंधों को काम-काज में छूट दिए जाने के केन्द्र सरकार के संकेत के बीच बोकारो के छोटे एवं मध्यम उद्योगों में काम प्रारंभ होने के आसार नजर आ रहे है। यदि केन्द्र की तर्ज पर राज्य उद्योग विभाग छूट देता है तो बोकारो, धनबाद व गिरिडीह के लगभग पांच सौ उद्योगों में काम प्रारंभ हो जाएगा। इससे लगभग 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से काम मिलने की संभावना है। मालूम हो की इससे देवघर में संचालित जियाडा और दुमका में एसपियाडा भी प्रभावित होंगे।
यही नहीं, लॉकडाउन के कारण घर में बैठे असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को काफी राहत मिलेगी। हालांकि यह सब सोमवार की दोपहर 2 बजे के बाद झारखंड औद्योगिक विकास प्राधिकार के प्रबंध निदेशक सह उद्योग सचिव प्रवीण टोप्पो की केन्द्र के साथ होने वाली वीडियो कांफ्रेंसिंग से ही तय होगा। चूंकि पूरा मामला राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में है।
केन्द्र ने दी है इन उद्योगों के संचालन की अनुमति: केन्द्र सरकार ने ऑप्टिक फाइबर केबल, कंप्रेसर एंड कंडेंसर इकाइयां, इस्पात और फेरस एलॉय मिल, पावरलूम, पल्प और कागज इकाइयां, उर्वरक, पेंट, प्लास्टिक, वाहन इकाइयां, रत्न एवं आभूषण तथा सेज एवं निर्यात से जुड़ी कंपनियों को काम की अनुमति मिली है। ट्रांसफॉर्मर एवं सर्किट व्हीकल, टेलीकॉम इक्विपमेंट व कंपोनेंट और खाद्य एवं पेय पदार्थो से जुड़े उद्योगों के संचालन की अनुमति दी है। बोकारो, गिरिडीह व धनबाद में बिजली के ट्रांसफार्मर, स्टील एलाय के कई कारखाना है। बोकारो में सुंदरम स्टील सहित कई हैं जहां 500 से 1000 लोग काम करते थे।
क्या है केन्द्र का फैसला:
- न्यूनतम कर्मचारियों के साथ एक शिफ्ट में काम कर सकेंगे कई अहम उद्योग
- सीमेंट उद्योग में सुरक्षा के मानकों के साथ तीनों शिफ्ट में काम की अनुमति
- निर्माण स्थल पर ही मजदूरों के रहने की व्यवस्था के साथ कंस्ट्रक्शन को मंजूरी
- गलियों में ठेले लगाने वालों को अनुमति, ताकि घर-घर फल-सब्जी की आपूर्ति हो
- फ्रिज, टीवी, एसी रिपेयर करने वाले भी सुरक्षा के प्रबंध करते हुए कर सकेंगे काम
- जरूरत को देखते हुए धोबी, बढ़ई और इलेक्ट्रीशियन के काम पर नहीं रहेगी रोक
इन फैसलों के लागू होने क्या पड़ेगा बोकारो में असर:
1. डालमिया सीमेंट प्लांट : 5 हजार मजदूर व वाहन चालकों को काम मिल सकता है।
2. एनएच के निर्माण से : 2 हजार से अधिक को काम मिलने के आसार।
3. इलेक्ट्रोनिक उपकरण मरम्मत : 5 हजार से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
4. धोबी, बढ़ई और इलेक्ट्रीशियन : 8 हजार से अधिक लोगों को राहत मिलेगी।