अतिक्रमण हटाने पहुंची बीएसएल की टीम से शोरूम कर्मियों की झड़प
जागरण संवाददाता बोकारो अदालत से जारी बेदखली आदेश के आलोक में शुक्रवार को बोकारो
जागरण संवाददाता, बोकारो :
अदालत से जारी बेदखली आदेश के आलोक में शुक्रवार को बोकारो शहर के सेक्टर-चार स्थित हिदुस्तान ऑटो एजेंसी के कार शोरूम के कर्मियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई। इस नोकझोंक में कई होमगार्ड जवान सहित तीन शोरूम के कर्मी जख्मी हो गए। इस दौरान हुई पत्थरबाजी में कई लोग जख्मी हो गए। हालांकि, लाख कोशिश के बाद भी बीएसएल कर्मी अतिक्रमण हटाने में नाकामयाब रही।
कार्रवाई के तौर पर सिर्फ शोरूम के बाहरी हिस्से को तोड़ा गया।
घटना उस वक्त घटी जब कार शोरूम को खाली कराने जेसीबी लेकर पहुंची बीएसएल के सुरक्षा विभाग की टीम को वहां के महिला कर्मियों ने आगे बढ़ने से रोक दिया। जिसे देख बीएसएल के होमगार्ड जवान शोरूम के अंदर जाने की कोशिश करने लगे लेकिन तैनात कर्मियों ने इसका प्रतिवाद किया। इसी बीच जेसीबी ने शोरूम के मुख्य गेट गिराने लगे जिसे देख कर्मियों इसका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान शोरूम की एक महिला कर्मी काजल कुमारी जख्मी हो गई। क्या कहता है बीएसएल प्रबंधन : बोकारो स्टील प्रबंधन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अगस्त 2019 में संपदा न्यायालय ने प्लाट संख्या आर-दो को लेकर बेदखली आदेश पारित है। आदेश को माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय बोकारो ने मार्च 2021 में सही ठहराया है। इसके बाद 12 मार्च 2021 को ही नोटिस जारी कर अवैध निर्माण खाली करने को कहा गया था जिसे 28 जून को खाली कराने की कोशिश की गई थी। इसके बाद 18 मार्च को हाई कोर्ट झारखंड ने हिन्दुस्तान ऑटो एजेंसी की अपील खारिज कर दी थी बावजूद उक्त प्लॉट से अतिक्रमण बरकरार रहा। इधर, 30 जुलाई को मजिस्ट्रेट और पुलिस के साथ मौके पर पहुंची अतिक्रमण हटाने वाली टीम पर का शोरूम के संचालकों और कर्मियों ने हमला कर कुछ को चोटिल कर दिया। क्या कहतें हैं कर्मी : कार शोरूम के कर्मियों का कहना है कि जब शोरूम का निर्माण हो रहा था तब बीएसएल के अधिकारियों ने रोकने की कोशिश करनी चाहिए थी। आज संक्रमण के इस दौर में लोगों के सामने रोजी-रोटी की आफत है। ऐसे में बीएसएल प्रबंधन शोरूम को हटाने की कोशिश में जुटा है। अगर यह शोरूम यहां से हटता है तो हमलोग पूरी तरह बेरोजगार हो जाएंगे। कर्मियों का कहना है कि पूरे शहर भारी पैमाने पर अतिक्रमण है ऐसे में सिर्फ एक जगह ही कार्रवाई ठीक नहीं है। हमलोग अदालत के आदेश का सम्मान करते हैं। बारिश और कोरोना की वजह से हमें सबकुछ व्यवस्थित करने में थोड़ी देरी हो रही है। इस भूखंड को कोई उठाकर नहीं ले जाएगा। प्रबंधन हमें कुछ दिन का समय दे हमलोग उक्त स्थल को खाली कर देंगे। कोर्ट में फिर से न्याय के लिए गुहार लगाई गई है। बीएसएल ने नेक्सा शोरूम खुलने के एक साल बाद भी इस प्लॉट का लाइसेंस रेन्यू किया था। इसके बाद इसे अवैध बताया जा रहा है।
मनीष बंसल , निदेशक हिन्दुस्तान आटो एजेंसी