ऐसे ही करेंगे लापरवाही तो कोरोना नहीं छोड़ेगा जान
बोकारो जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण का बड़ा कारण शारीरिक दूरी का पालन और मास्क
बोकारो : जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण का बड़ा कारण शारीरिक दूरी का पालन और मास्क का नहीं पहनना हो सकता है। पर उससे बड़ा कारण कोरोना संक्रमित मरीज और उसके तीमारदारों द्वारा उपयोग किए गए पीपीई किट, मास्क व अन्य सामान के निस्तारण में बरती जा रही लापरवाही संक्रमण और मौतों के लिए बड़ी वजह बन सकती है।
आए दिन कोरोना मरीज के स्वजन श्मशान घाट पर पीपीई किट को श्मशान घाट पर ही फेंक कर चले जाते हैं। यही नहीं निजी अस्पतालों के एंबुलेंस संचालक पीपीई किट को सीधे गरगा पुल से नदी में फेंक देते हैं । गुरुवार को बोकारो के सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें चास के एक निजी नर्सिंग होम के एंबुलेंस चालक ने चास गरगा पुल पर गाड़ी खड़ी कर अपने पीपीई किट को सीधे गरगा नदी में फेंक दिया। इस पूरे वाकये को एक महिला ने अपने मोबाइल मे रिकॉर्ड कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। पीपीई किट के निस्तारण में हो रही लापरवाही को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा भी लापरवाह बना हुआ है। इसका कोई लेखा-जोखा नहीं है कि पीपीई किट कहां जा रहा है। जबकि, नियमत: इंसीनरेटर में इस जलाकर राख किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। पूरे जिले में बोकारो जनरल अस्पताल को छोड़ दें तो अस्पताल के बायो मेडिकल वेस्ट को निस्तारित करने की कोई व्यवस्था नहीं है । धनबाद की एक एजेंसी से संबंद्धता का प्रमाण केवल लोगों के पास है। आज तक उस एजेंसी के वाहन को किसी ने बायो मेडिकल वेस्ट को ले जाते नहीं देखा है।