कॉमर्शियल माइनिग बर्दाश्त नहीं, अर्थव्यवस्था ध्वस्त
श्रमिक संगठन सीटू के प्रतिनिधियों ने कॉमर्शियल माइनिग व कोल ब्लॉक्स की नीलामी के विरोध में रविवार को सेंट्रल कॉलोनी स्थित यूनियन कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया।
करगली (बेरमो) : श्रमिक संगठन सीटू के प्रतिनिधियों ने कॉमर्शियल माइनिग व कोल ब्लॉक्स की नीलामी के विरोध में रविवार को सेंट्रल कॉलोनी स्थित यूनियन कार्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। साथ ही कोल इंडिया प्रबंधन व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
झारखंड प्रदेश सीटू के सहायक महामंत्री भागीरथ शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार आए दिन मजदूर विरोधी नीतियां लागू कर रही है जिसके चलते देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है। इसलिए खाली खजाने को भरने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को निजी कंपनियों के हाथों औने-पौने दाम में बेचा जा रहा है। जबकि सरकार ने जो चुनावी वादे किए थे, वह आजतक धरातल पर नहीं उतरा। लोगों को अच्छे दिन का सपना दिखाकर देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से चौपट कर दिया गया।
केंद्र सरकार मजदूरों के साथ भेदभाव कर रही है। कोरोना महामारी की आड़ में ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं जो देश के लिए घातक सिद्ध होगा। कहा कि केंद्र सरकार कोयला उद्योग को फिर से राष्ट्रीयकरण के पहले की स्थिति में ले जाना चाह रही है, जो किसी भी सूरत में मजदूरों व यूनियनों को मंजूर नहीं है।इसके खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल के बाद अब 18 अगस्त को संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा की ओर से एकदिवसीय हड़ताल की जाएगी।
सीटू के ढोरी क्षेत्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर महतो एवं सचिव गोवर्धन रविदास ने कहा कि जब तक सरकार कॉमर्शियल माइनिग की नीति को वापस नहीं लेगी, चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। कॉमर्शियल माइनिग से कोयले का उत्पादन नहीं बढ़ाया जा सकता। कॉमर्शियल माइनिग कराकर सरकार देश के मजदूरों को उलझाना चाहती है। उन्होंने कहा कि पूर्व में 110 कोल ब्लॉक्स केंद्र सरकार ने विभिन्न निजी कंपनियों को सौंपा, जिसमें 13 कोल ब्लॉक को छोड़कर 97 ऐसे ही पड़ा है। उसमें कितने लोगों को रोजगार दिया गया केंद्र सरकार बताए। केंद्र सरकार देश के सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को पूंजीपतियों के हाथों बेचकर उसे बर्बाद करने को आमादा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौके पर सीटू के बीएंडके अध्यक्ष मनोज पासवान, सचिव विजय भोई, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष सिन्हा, ढोरी कोलियरी के अध्यक्ष नीलकंठ रविदास, पीपी मुखर्जी, सतीश विश्वकर्मा, धर्म घासी, फूलचंद रविदास, आशीष पॉल, जयदेव गोप, मनसुख कालिदी, राजेश भुइयां, सोनू कुमार, गणेश रविदास, सुरेश कुमार, बॉबी नायक आदि उपस्थित थे।