बारिश के सितम के साथ प्रशासनिक उपेक्षा का दंश
सुरही (बेरमो) बारिश के सितम के साथ प्रशासनिक उपेक्षा का दंश नावाडीह प्रखंड के दर्जनों
सुरही (बेरमो) : बारिश के सितम के साथ प्रशासनिक उपेक्षा का दंश नावाडीह प्रखंड के दर्जनों लोग झेल रहे हैं। चक्रवात के कहर से प्रखंड में करीब 50 से अधिक कच्चे मकान ढह गए हैं। ढहे कच्चे मकानों के अधिकतर वासियों के नाम आवास प्लस योजना की सूची में नहीं हैं। मिट्टी के घर ध्वस्त होने से बेघर होकर वे पक्के मकान की आस में नावाडीह प्रखंड प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं।
बता दें कि सुरही पंचायत के 433 लोगों के नाम आवास प्लस की सूची में अंकित हैं। उनमें आधे से अधिक लोगों के दोमंजिला भवन हैं। कच्चे मकानों में रहने वालों के बजाय साधन-संपन्न लोगों व दो मंजिला इमारत वालों के नाम आवास प्लस में होना स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की दोरंगी नीति को बयां कर रहा है। यह बात दीगर है कि नावाडीह के बीडीओ संजय शांडिल्य ने सभी पंचायत सचिवों को चक्रवात से क्षतिग्रस्त हुए मकानों की सूची बनाने का निर्देश दिया है, ताकि उनको आपदा प्रबंधन के तहत आर्थिक मदद दी जा सके।
चक्रवात की जद से गुरुवार की रात खरपीटो निवासी रामचंद्र तुरी, रोहित तुरी, देवनाथ नायक, चिरुडीह निवासी रेखा देवी, श्यामसुंदर बर्णवाल, सुकर महतो, सुरही निवासी टेकलाल साव, गोविद मांझी, गुड़िया देवी आदि के कच्चे मकान ढह गए। उन लोगों के नाम आवास प्लस की सूची में नहीं रहने से वह लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। इससे पहले सुरही में मीरा देवी, उगनी देवी, गुड़िया देवी एवं गुंजरडीह में तारा देवी के कच्चे मकान बारिश की चपेट से ढह गए। वहीं, सुरही के महादेव तुरी, भगलू तुरी, कोलेश्वर तुरी, मोहन तुरी, गिरिजा देवी, रूबी देवी, सबतरी देवी इम्तियाज अंसारी आदि के कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जो कभी भी ढह सकते हैं। इसके बावजूद उन लोगों के नाम आवास प्लस की सूची में नहीं हैं। अभी तक नावाडीह अंचल क्षेत्र से बीस कच्चे मकान के ढहने की रिपोर्ट मिली है। सभी राजस्व कर्मचारी को शनिवार तक रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से गिरे मकानों की जानकारी हो पाएगी। अपुष्ट सूचना के अनुसार तूफान से तीन से चार दर्जन मकानों के ढहने की सूचना है। सही जानकारी पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहना संभव होगा।
अशोक कुमार सिन्हा, अंचलाधिकारी, नावाडीह