बीएसएल में जब्त माल अवैध, जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
बोकारो केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल बोकारो इकाई की टीम द्वारा 21 सितंबर को स्टील गेट पर
बोकारो : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल बोकारो इकाई की टीम द्वारा 21 सितंबर को स्टील गेट पर स्क्रैप लदे दो ट्रकों को संदेह के आधार पर जब्त किया गया था। रविवार को जांच समिति ने इसकी रिपोर्ट सौंप दी है। जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्ट्या यही पाया की बीएसएल के माल को मां मैहर स्टील कंपनी गलत तरीके से संयंत्र से बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी। इसलिए संबंधित कंपनी पर अब माराफारी थाने में प्राथमिकी दर्ज होना तय है।
इस बाबत दिल्ली मुख्यालय की ओर से बोकारो डीआइजी को निर्देश दिया गया है। एफआइआर एक-दो दिनों में सीआइएसएफ की ओर से दर्ज कर दी जाएगी। इस दौरान डीआइजी सौगत राय के निर्देश पर सीआइएसएफ की पूरी टीम इस बात की जानकारी में भी जुट गई है। पता कर रही है कि कहीं इस पूरे मामले में उनके अधिकारी व बल सदस्यों के साथ प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से संयंत्रकर्मी भी तो शामिल नहीं है। यदि ऐसा है तो सभी लोगों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। चूंकि मामले पर बीएसएल के निदेशक प्रभारी भी काफी गंभीर है। उनके सहयोग से ही सीआइएसएफ ने मामले का पटाक्षेप समय रहते कर लिया है।
बता दें कि संयंत्र के यातायात विभाग स्थित रेलवे के एक पुराने क्रेन का स्क्रैप का आक्शन प्रबंधन की ओर से किया गया था। इसे निजी कंपनी मां मैहर स्टील कंपनी ने लिया था। इस दौरान जब क्रेन के स्क्रैप माल के साथ ट्रक की सामग्री की जांच स्टील गेट पर की गई तो उसमें बीएसएल के कॉपर केबल व मोटर पाटर््स की अन्य दूसरी कीमती सामग्री भी पाई गई। इसका कोई उल्लेख प्रबंधन व सीआइएसएफ के संबंधित कागजात में नहीं था। इसी संदेह के आधार पर सीआइएसएफ ने उक्त दोनों ट्रक को जब्त कर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी।
बताया जाता है की पकड़े गए सामान की कीमत लाखों रुपये से ज्यादा की है। सीआइएसएफ अब प्रबंधन के उस प्रमाण पत्र का इंतजार कर रही है, जहां जब्त माल के रकम का सही मूल्यांकन रिपोर्ट उन्हें मिल सके। इससे संबंधित सामग्री का मूल्य पता चल पाएगा। वर्जन :: स्टील गेट पर पकड़े गए दोनों ट्रकों पर अवैध सामग्री थी। इसकी जांच रिपोर्ट आ गई है। दिल्ली मुख्यालय के निर्देश पर आगे की विभागीय प्रक्रिया जारी है। संबंधित कंपनी व मामले में संलिप्त अन्य लोगों पर कार्रवाई करते हुए अब प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
सौगत राय, डीआइजी, सीआइएसएफ बोकारो