नगरीय बिजली विभाग से विदा हुए जीएम, अन्य का भी तबादला
सेल प्रबंधन ने बोकारो इस्पात संयंत्र में कार्यरत कुल पांच अधिकारियों का अंतर विभागीय तबादला किया है। इनमें तीन महाप्रबंधक एक सहायक महाप्रबंधक व एक सहायक प्रबंधक शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, बोकारो: सेल प्रबंधन ने बोकारो इस्पात संयंत्र में कार्यरत कुल पांच अधिकारियों का अंतर विभागीय तबादला किया है। इनमें तीन महाप्रबंधक, एक सहायक महाप्रबंधक व एक सहायक प्रबंधक शामिल हैं। स्थानांतरित अधिकारियों को जल्द से जल्द अपने नए विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है। जारी आदेश के तहत, नगर सेवा भवन के इलेक्ट्रिक्ल विभाग में कार्यरत महाप्रबंधक संजय कुमार को डीएनडब्ल्यू विभाग भेज दिया है, जबकि इसी विभाग के सहायक महाप्रबंधक आलोक कुमार का तबादला ईएमडी विभाग में कर दिया गया है। इसी प्रकार कैपिटल रिपेयर इलेक्ट्रिक्ल विभाग के महाप्रबंधक राजुल हरकर्णी को नगर सेवा भवन का जीएम इलेक्ट्रिक्ल बनाया गया है। डीएनडब्ल्यू विभाग के महाप्रबंधक वैश्यराम नारायण को जीएम कैपिटल रिपेयर इलेक्ट्रिक्ल तथा ईएमडी विभाग के सहायक प्रबंधक प्रवीण कुमार पासवान को नगर सेवा भवन के विद्युत विभाग में स्थानांतरित किया गया है।
बिजली चोरी बनी तबादले की वजह: चर्चा यह है कि संजय कुमार व आलोक कुमार के तबादले की तात्कालिक वजह बिजली चोरी नहीं रोक पाना रही। बिजली चोरी की वजह से कंपनी को करोड़ों रुपये की हर महीने क्षति हो रही है। इसकी शिकायत सेल मुख्यालय से लेकर सेल के मुख्य सतर्कता आयुक्त तक भी की गई थी।
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नये जीएम के समक्ष बिजली चोरी रोकने की बड़ी चुनौती: बोकारो सबसे व्यवस्थित शहर होने के बावजूद धीरे-धीरे गंदे शहरों की श्रेणी में इसलिए आ रहा है, क्योंकि यहां हर सेक्टर में अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। वजह यह है कि अतिक्रमणकारियों को मुफ्त में पानी व बिजली का कनेक्शन मिलना है। पूरे शहर में 50 हजार से अधिक झुग्गी व खटाल हैं। वहीं दो हजार से अधिक आवासों पर अवैध कब्जा है। इसके अलावा वैध कनेक्शनधारी व प्लाटधारी भी सेटिग के आधार पर कम लोड का राजस्व देकर अधिक लोड का उपयोग कर रहे हैं। इन सभी चुनौतियों से निपटना नए जीएम राजुल हरकर्णी के लिए बड़ी चुनौती है। यदि कड़ाई की जाती है तो अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ बोकारो स्टील का मुनाफा भी काफी बढ़ जाएगा। इसके लिए कड़ाई के साथ क्षेत्रवार बिजली चोरी को समाप्त कराने एवं नियमों की अनदेखी पर बिजली अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराने का काम करना होगा। बताया यह भी जाता है कि बिजली चोरी में बीएसएल के ही कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता भी रहती है।
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कहां कितने घरों में हो रही है बिजली की चोरी
1. सेक्टर-12 के विभिन्न इलाकों में दो हजार से अधिक झोपड़ियों में
2. बिरसा बासा व हनुमान नगर में दो हजार घर
3. दुंदीबाद में छह हजार से अधिक अवैध कनेक्शन
4. सेक्टर दो में एक हजार झोपड़ी
5. सेक्टर तीन में एक हजार
6. सेक्टर-वन में पांच हजार से अधिक
7. सेक्टर-चार में पांच हजार से अधिक
8. सेक्टर पांच में एक हजार
9. सेक्टर छह में एक हजार
10. सेक्टर आठ में तीन हजार
11. सेक्टर नौ में सात हजार
12. सेक्टर -11 में एक हजार