अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा शोषण
जासं बेरमो झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोइया-संयोजिका संघ के सदस्यों ने आंदोलन की तैयारी के लिए रविवार को संडेबाजार मैदान में बैठक की। संघ की प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिता देवी एवं सदस्य सुचिता सिंह ने कहा कि अब शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विद्यालय की रसोइया व संयोजिकाओं को उचित मानदेय सरकार दे अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन को तेज करने के लिए बैठक में 26 सितंबर को बोकारो जिला की सभी रसोइया व संयोजिका को रांची राजभवन पहुंचने पर सहमति बनी। उन्होंने बताया कि रसोइया संघ की मुख्य मांगों न्यूनतम वेतन प्रतिमाह दिए जाने के साथ ही 60 वर्षों तक कार्य लिया जाना शामिल है। कार्य से हटाई गई रसोइया व संयोजिका को पुन बहाल किए जाने और समाहित किए गए विद्यालयों
जासं, बेरमो : झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोइया-संयोजिका संघ के सदस्यों ने आंदोलन की तैयारी के लिए रविवार को संडेबाजार मैदान में बैठक की। संघ की प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिता देवी एवं सदस्य सुचिता सिंह ने कहा कि अब शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विद्यालय की रसोइया व संयोजिकाओं को उचित मानदेय सरकार दे, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन को तेज करने के लिए बैठक में 26 सितंबर को बोकारो जिला की सभी रसोइया व संयोजिका को रांची राजभवन पहुंचने पर सहमति बनी। उन्होंने बताया कि रसोइया संघ की मुख्य मांगों न्यूनतम वेतन प्रतिमाह दिए जाने के साथ ही 60 वर्षों तक कार्य लिया जाना शामिल है। कार्य से हटाई गई रसोइया व संयोजिका को पुन: बहाल किए जाने और समाहित किए गए विद्यालयों को पुन: चालू करने आदि पद्रह सूत्री मांग शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि मांगों के संदर्भ में संघ की ओर से बोकारो जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र भेजा गया है, जिसमें आग्रह किया गया है कि 26 सितंबर को जिले की सभी रसोइया व संयोजिका की अनुपस्थिति होने के कारण स्कूलों में बच्चों को पकाए गए मध्याह्न भोजन के बजाय सूखे खाद्य पदार्थ की व्यवस्था की जाए। संघ जिला प्रभारी सारो मंडल ने बताया कि रांची में राजभवन के समक्ष 19 सितंबर से ही धरना दिया जाएगा। उसमें भाग लेने के लिए बोकारो जिला की रसोइया व संयोजिका 26 सितंबर को रांची जाएंगी। रांची जाने के लिए तैयारी पूरी हो चुकी है। बैठक का संचालन देवंती देवी एवं सोनी देवी ने किया। मौके पर मीना देवी, लक्ष्मी देवी, पानमति देवी, सुलोचना देवी, फुलवा देवी, कौशल्या देवी, खगिया देवी, सुमंति देवी, मुनमुन साहा, मुनिया देवी, मंजू देवी, निरमा देवी, रीता देवी, लखीमुनि देवी, सोमरी देवी, कमला देवी, मेघनी देवी, गेंदिया देवी, कर्मी देवी के अलावा आरिफ अंसारी एवं कैलाश गिरि उपस्थित थे।