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कॉमर्शियल माइनिग से कोल इंडिया के अस्तित्व पर कुठाराघात

करगली (बेरमो) कॉमर्शियल माइनिग से कोल इंडिया के अस्तित्व पर कुठाराघात किया जा रहा ह

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 10:28 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 06:20 AM (IST)
कॉमर्शियल माइनिग से कोल इंडिया के अस्तित्व पर कुठाराघात
कॉमर्शियल माइनिग से कोल इंडिया के अस्तित्व पर कुठाराघात

करगली (बेरमो) : कॉमर्शियल माइनिग से कोल इंडिया के अस्तित्व पर कुठाराघात किया जा रहा है। कोल ब्लॉकों की नीलामी से राष्ट्रीय संपत्ति कोयले की लूट होगी। यह सब केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के कारण हो रहा है। यह बातें शनिवार को संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा से श्रमिक प्रतिनिधियों ने बेरमो कोयलांचल अंतर्गत सीसीएल ढोरी व बीएंडके प्रक्षेत्र की विभिन्न परियोजनाओं में प्रदर्शन कर पिट मीटिग करते हुए कही। वक्ताओं ने कहा कि 2 जुलाई से आहूत तीन दिवसीय हड़ताल को सफल बनाकर केंद्र सरकार को मुंहतोड़ जवाब देना है। मजदूर विरोधी नीतियां किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीटू के गोवर्धन रविदास एवं एटक के जवाहरलाल यादव ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर कोल इंडिया का निजीकरण करने की साजिश रच रही है। हड़ताल को ऐतिहासिक बनाकर करारा जवाब देंगे। एचएमएस के गजेंद्र प्रसाद सिंह व इंटक के श्यामल सरकार ने कहा कि कोयला उद्योग को निजीकरण करने के लिए कॉमर्शियल माइनिग को केंद्र सरकार बढ़ावा दे रही है, जो देश हित के विरुद्ध है। मौके पर यूनियन प्रतिनिधियों में भारतीय मजदूर संघ के रवींद्र कुमार मिश्रा, यूसीडब्लूयू के सुजीत कुमार घोष, भागीरथ शर्मा, गणेश प्रसाद महतो, बैजनाथ महतो, जयनारायण महतो, घुनू हांसदा, महेंद्र प्रसाद, जयनाथ मेहता, बीडी कुशवाहा, खेदूलाल, देवीलाल मांझी, अनिल रजवार, सुरेंद्र सिंह, विजय भोई, सुशील कुमार सिंह, संतोष सिन्हा, मनोज पासवान, संतोष ओझा आदि मौजूद थे।

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