दिव्यांग बच्चों को आगे बढ़ने के लिए करें प्रोत्साहित
बोकारो आशा लता केंद्र में विश्व दिव्यांग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अतिथि प्रधान जिला
बोकारो: आशा लता केंद्र में विश्व दिव्यांग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शाकीर, अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम रंजीत कुमार, डीएलएसए के सचिव विश्वनाथ उरांव व सिविल सर्जन अशोक कुमार पाठक ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शाकीर ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का काम करना चाहिए। संस्थान में इस दिशा में सकारात्मक काम हो रहा है। कहा कि दिव्यांग लोगों के लिए स्पेशल कोर्ट का गठन किया गया है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश के न्यायलय में दिव्यांगों की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इन्हें सब तरह की लीगल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। केन्द्र के निदेशक भवानी शंकर जायसवाल ने कहा कि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश शाकिर ने आशा लता केन्द्र की समस्याओं से अवगत हुए। जब इन्हें ज्ञात हुआ कि यहां सबसे बड़ी समस्या दिव्यांगता प्रमाण पत्र है, जो दो वर्ष से लंबित है। इससे दिव्यांग बच्चों के माता-पिता को समस्या का सामना पड़ रहा है, तो उन्होंने सिविल सर्जन से बात कर इस समस्या का हल निकलने को कहा। सिविल सर्जन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच दिसंबर को दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए मेडिकल कैम्प का आयोजन आशा लता परिसर में किया। समारोह के दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व सिविल सर्जन ने दिव्यांग बच्चों के बीच दिव्यांगता प्रमाण पत्र का वितरण किया।
इस दौरान केंद्र के दिव्यांग बच्चों ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। मौके पर गोपाल कृष्ण उपाध्याय, केएम सिंह, चित्रा चटर्जी, घनश्याम दास, नीलम दास, एनपी सिंह, ओपी गुप्ता, एमएम प्रसाद, बीरेश सिन्हा, रानी सिंह, शीला जायसवाल, मंजू सिन्हा, पीके दुबे, मोहन आजाद आदि उपस्थित थे।