बोकारो थर्मल से असम के लिए साइकिल से निकले मजदूर
देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूर सर्वाधिक परेशान हैं। रोजगार बंद होने से आर्थिक तंगी और अब भोजन का संकट को भांपते हुए असम के बारपेटा जिला के 8 मजदूर अपने-अपने घरों से रुपया मंगवाया।
जागरण संवाददाता, बोकारो: देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूर सर्वाधिक परेशान हैं। रोजगार बंद होने से आर्थिक तंगी और अब भोजन का संकट को भांपते हुए असम के बारपेटा जिला के 8 मजदूर अपने-अपने घरों से रुपया मंगवाया, साइकिल खरीदी और उसी साइकिल पर बोकारो थर्मल से करीब 850 किलोमीटर दूर असम घर के लिए रविवार की सुबह निकल पड़े। बोकारो थर्मल से चंद्रपुरा आने के क्रम में करीब डेढ़ बजे झरनाडीह पहुंचे। प्रवासी मजदूरों से सीटीपीएस सीएसआर के पीओ विपिन कुमार सिन्हा से भेंट हुई। उन्होंने मजदूरों को सत्तू का पैकेट एवं पेयजल उपलब्ध कराया।
मजदूरों ने बताया कि बोकारो थर्मल में एक ठेकेदार के पास रेलवे में पिछले छह माह से वे लोग काम कर रहे थे। इस बीच लॉकडाउन हो गया। ठेकेदार एक माह का वेतन देकर गायब हो गया। उसका मोबाइल फोन भी स्वीच ऑफ है। ठेकेदार से मिले पैसे खत्म होने के बाद उनके समक्ष खाने-पीने समस्या उत्पन्न हो गई। अंतत: अपने भविष्य को लेकर चितित प्रवासी मजदूरों ने घर से रुपए मंगवाकर साइकिल अपने घरों की ओर निकल पड़े। इनमें इंजामुल हक, अमेसुद्दीन, अमिनुल, उस्मान, फरहत अली, माजूम अली, मोफिसुद्दीन व मो. खकम शामिल हैं। मजदूरों ने बताया कि रेलवे टिकट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, लेकिन उनका नंबर कब आएगा पता नहीं, इसीलिए साइकिल से घर जाने की ठान ली।