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विस्थापितों की लड़ाई में तन-मन से हूं साथ

कोल इंडिया की नई नीति के खिलाफ सोमवार को सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने करगली गेट में कोल इंडिया प्रबंधन का पुतला फूंका।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 10:05 PM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 10:05 PM (IST)
विस्थापितों की लड़ाई में तन-मन से हूं साथ
विस्थापितों की लड़ाई में तन-मन से हूं साथ

करगली : कोल इंडिया की नई नीति के खिलाफ सोमवार को सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने करगली गेट में कोल इंडिया प्रबंधन का पुतला फूंका। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोल इंडिया जमीन के बदले नौकरी हटाकर किस्तों में मुआवजा देने का फरमान जारी किया है। यह कानून विस्थापित रैयत कभी चलने नहीं देंगे।

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मंत्री का प्रोटोकॉल तोड़ विस्थापितों के आंदोलन को बल देने आया हूं। विस्थापितों की लड़ाई में तन मन व धन से साथ हूं। विस्थापितों को किस्तों में मुआवजे की भीख नहीं चाहिए। विस्थापितों को अपनी जमीन के बदले नौकरी चाहिए, नहीं तो कोल इंडिया को विस्थापित रैयत अपनी एक इंच भी जमीन नहीं देंगे। यूसीडब्ल्यू के महामंत्री लखनलाल महतो ने कहा कि कोल इंडिया के विरुद्ध यह सांकेतिक आंदोलन है। आर्थिक मुआवजे की जरूरत नहीं है। पूर्व की तरह विस्थापितों को नौकरी देनी होगी। कहा कि नौ लाख एकड़ जमीन सीसीएल, बीसीसीएल व ईसीएल को विस्थापितों ने दिया है तभी जाकर कंपनियों आज चल रही हैं। मौके पर विस्थापित नेता काशीनाथ केवट, बिनोद महतो, कैलाश ठाकुर, इंद्रदेव महतो, धनेश्वर महतो, नरेश महतो, दीपक महतो, कैलाश ठाकुर, मो. नसीरुद्दीन अशरफी, दिगंबर महतो, रंजीत महतो, भीम महतो, बालेश्वर गोप, पंचानन मंडल, संतोष महतो, सुरेश महतो, महेंद्र चौधरी, खेमलाल महतो, सेवा महतो आदि मौजूद थे।


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