दुर्गापूजा : महासप्तमी को नवपत्रिका व कलश आगमन के साथ दुर्गा मां का पट खुला
संवाद सहयोगी चंदनकियारी महा सप्तमी पर शुक्रवार को चंदनकियारी के विभिन्न मंदिरों में शुरू
संवाद सहयोगी, चंदनकियारी: महा सप्तमी पर शुक्रवार को चंदनकियारी के विभिन्न मंदिरों में शुरू हुई मां दुर्गा की पूजा। गुरुवार की शाम मंदिरों में मूर्ति स्थापना के उपरांत शाम को बेलबरण की पूजा के बाद दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह विभिन्न नदियों या तालाबों से नवपत्रिका व कलश आगमन के उपरांत मां दुर्गा की कालरात्रि स्वरूप की आराधना से पूजा की शुरुआत की गई। इस दौरान माता की चक्षुदान, प्राणप्रतिष्ठा व पंचदेवता पूजन के अलावे चंडीपाठ व मंत्रोच्चार के साथ पूजा का शुभारंभ की गई।
चंदनकियारी मुख्यालय के मध्यबाजार स्थित दुर्गामंदिर में निकटवर्ती गोकुलबांध तालाब से पुरोहितों व पुजारियों द्वारा नवपत्रिका व कलशयात्रा कर माता का आगमन हुआ। जहां स्थानीय महिला,पुरुष श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल बना हुआ था। जहां कलशयात्रा में पुरोहित निर्मल झा,पुजारी मारकेश्वर ठाकुर, सुभाष झा, संजय झा, किकर झा, रोबिन झा, राजेश झा, रामकिशन मान, अजित धर आदि मौजूद थे। इसी प्रकार देवलटांड़, बरसाबाद, रांगामटिया, मढ़रा, लक्ष्मणपुर, लाघला, घोडागाड़ा, खेड़ाबेड़ा, कनकचास, मानपुर व झालबरदा समेत कई गांवों में स्थित मंदिरों में दुर्गादेवी की पूजा शुक्रवार से शुरू हुई। इस दौरान पुरोहित निर्मल झा ने कहा कि दुर्गापूजा असत्य पर सत्य के विजय का प्रतीक है।