खदान का पानी बहाकर सड़क को पहुंचाया नुकसान
संवाद सहयोगी संडेबाजार (बेरमो) पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता की चेतावनी का भी असर सीस
संवाद सहयोगी, संडेबाजार (बेरमो) : पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता की चेतावनी का भी असर सीसीएल बोकारो कोलियरी प्रबंधन पर नहीं पड़ा है। सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र की इस कोलियरी की डीडी माइंस का पानी बहाकर सड़क को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस खदान में भरे पानी को मोटरपंप के जरिये पीडब्ल्यूडी के बेरमो चार नंबर-कुरपनिया मार्ग पर बहाया जा रहा है। प्रतिदिन लाखों लीटर पानी बहाए जाने से यह सड़क कीचड़मय हो गई है। फिसलन के कारण अक्सर गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं।
हालांकि इस खदान से सड़क पर पानी बहाए जाने को लेकर दैनिक जागरण के 22 अप्रैल के अंक में प्रमुखता से खबर छापी गई थी, जिसमें पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता प्रेमप्रकाश सिंह ने कहा था कि सड़क सरकार की संपत्ति है। सड़क पर पानी बहाना उचित नहीं है। सरकारी संपत्ति को नुकसान पंहुचाना जुर्म है। बावजूद बोकारो कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी राजीव कुमार सिंह के निर्देश पर दिन-रात खदान का पानी बहाया जा रहा है।
इस संदर्भ में श्रमिक संगठन हिद मजदूर सभा से संबद्ध राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन के बीएंडके क्षेत्रीय सचिव गजेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि बोकारो कोलियरी प्रबंधन का यही रवैया डीडी माइंस में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति भी रहा है। चार नंबर एरिया में भूमिगत आग की अनदेखी करना और बारीग्राम स्थित सीआइएसएफ कैंप को भूमिगत आग के हवाले किया जाना, प्रबंधन की लापरवाही की बानगी है। बोकारो कोलियरी प्रबंधन की यह नीति बन गई है कि माइनिग के नियमों की भले ही धज्जियां उड़ा दी जाएं और मजदूरों को वाजिब सुविधाएं मिले या न मिले, लेकिन कोयले का उत्पादन होना चाहिए। अब खदान में पानी भर जाने पर मोटरपंप के जरिये निकासी कर सड़क पर बहाया जा रहा है। इस ओर सीसीएल के वरीय अधिकारियों के साथ ही पीडब्लूडी के अधिकारियों को भी ध्यान देना चाहिए।
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सड़क पर खदान का पानी बहाया जाना उचित नहीं है। यदि डीडी माइंस से पानी सड़क पर बहाया जा रहा है तो उसे रोका जाएगा। इस संदर्भ में बोकारो कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी से शीघ्र ही बात करता हूं।
- एमके राव, महाप्रबंधक, सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र