याद किए गए भाकपा माले के संस्थापक चारू मजूमदार
ललपनिया (बेरमो) भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) के संस्थापक चारू मज
ललपनिया (बेरमो): भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) के संस्थापक चारू मजुमदार का 49 वां शहादत दिवस बुधवार को साड़म पंचायत सचिवालय परिसर में मनाया गया। यहां उपस्थित भाकपा माले एवं एपवा के कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। भाकपा माले नेत्री शोभा देवी ने कहा कि चारू मजूमदार ने भाकपा माले की स्थापना करने से पहले नक्सलबाड़ी आंदोलन का नेतृत्व किया था। साथ ही, वह किसानों के आंदोलन के जन्मदाता भी थे। जब पश्चिम बंगाल में किसानों की जमीन पर जमींदारों की ओर से जबरन कब्जा किया जा रहा था, तब चारु मजूमदार ने किसानों को संगठित कर जमींदारों के खिलाफ तीव्र आंदोलन किया था।
भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि पुलिस ने चारू मजूमदार को गिरफ्तार कर काफी यातना दी थी, जिसके कारण 28 जुलाई-1972 को उनकी मृत्यु हो गई। तब से ही भाकपा माले की ओर से उनका शहादत दिवस प्रत्येक 28 जुलाई को मनाया जा रहा है। इस बार उनका शहादत दिवस इस इस संकल्प के साथ मनाया जा रहे है कि भाकपा माले की ओर से आमजनों के साथ ही मजदूरों एवं किसानों के अधिकार के लिए संघर्ष तेज किया जाएगा। माले नेता उमेश राम ने कहा कि चारु मजुमदार ने अपनी शहादत से किसानों एवं मजदूरों को संदेश दिया कि अपने हक के लिए आंदोलन करें। मौके पर सामूदास मुंडा, मो. हकीम, अविनाश सोरेन, भोला सिंह, मुनव्वर राय, कलीम राय, मोईन राय, ज्योति देवी, अंबावती देवी, गीता देवी, मालती देवी, राखी देवी, कलावती देवी, सीता देवी, गुड़िया खातून, रूबी खातून, आशा देवी, नगीना खातून, ममता देवी, चमेली देवी, सीता देवी, उषा देवी, रजीबन बीबी, हबीब राय, हन्नान राय आदि उपस्थित थे।