कोरोना जांच में निर्देशों का पालन नहीं, बढ़ा संक्रमण का खतरा
बोकारो कैंप-दो स्थित बर्न यूनिट में कोरोना जांच के सैंपल के दौरान लापरवाही खतरनाक साबित
बोकारो : कैंप-दो स्थित बर्न यूनिट में कोरोना जांच के सैंपल के दौरान लापरवाही खतरनाक साबित हो सकता है। यहां शारीरिक दूरी एवं कोविड-19 के गाइडलाइन के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं, कोरोना जांच के लिए उमड़ रही भीड़ को सुव्यवस्थित करने की कोई व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं किए जाने से संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है। अधिक से अधिक लोग कोरोना जांच करवा सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरी व्यवस्था की गई है, लेकिन कोरोना जांच को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का अनुपालन बिल्कुल ही नहीं हो रहा है। कोरोना जांच के लिए आ रहे लोगों को शारीरिक दूरी का पालन कराने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई और न हीं लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई, जिसके कारण वरिष्ठ नागरिकों को जमीन पर एक दूसरे से सटकर बैठना या खड़ा रहना पड़ता है। यहां भीड़ को सुव्यवस्थित करने के कोई कारगर उपाय भी नहीं किए गए हैं, जिसके कारण लोगों पर टीकाकरण केंद्र से ही संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है।
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औसतन हर रोज 1200 से अधिक लिए जा रहे सैंपल : कैंप-दो स्थित बर्न यूनिट में औसतन हर रोज 1200 से अधिक लोगों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया जा रहा है, लेकिन कोरोना जांच करवाने आ रहे लोग शारीरिक दूरी के नियमों का कोई भी पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि लोग कोरोना की जांच करवाने से पूर्व ही कोरोना संक्रमण के शिकार हो सकते हैं। कोरोना जांच के लिए सैंपल ले रहे लैब टेक्नीशियनों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि शारीरिक दूरी के नियमों का पूरी तरह से पालन कराया जाए, जिससे लोग आसानी से कोरोना जांच करवा सकें।
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एक सप्ताह में कोरोना जांच
दिनांक -- लिए गए कुल सैंपल
17 अप्रैल - 1274
18 अप्रैल -- 900
19 अप्रैल -- 1357
20 अप्रैल -- 1316
21 अप्रैल -- 1431
22 अप्रैल -- 1229
23 अप्रैल -- 1218
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वर्जन :
कोरोना जांच कराने आ रहे लोग कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करें। शारीरिक दूरी बनाए रखें। कहीं ऐसा न हो कि वह वायरस की चपेट में ही आ जाएं। लोगों को इस तरह की लापरवाही से बचना चाहिए और शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन करना चाहिए। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए लोगों को समझना चाहिए कि शारीरिक दूरी कितनी जरूरी है।
डॉ. एनपी सिंह, नोडल पदाधिकारी, कोविड-19