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डस्ट-छाई ढुलाई के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशे बीएसएल

चास एसडीओ शशि प्रकाश सिंह ने शनिवार को अनुमंडल कार्यालय में बीएसएल व बीपीएससीएल के अधिकारियों व ऐश पौंड के प्रभावित विस्थापितों के साथ बैठक की।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 08:06 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 08:06 PM (IST)
डस्ट-छाई ढुलाई के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशे बीएसएल
डस्ट-छाई ढुलाई के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशे बीएसएल

जागरण संवाददाता, चास: चास एसडीओ शशि प्रकाश सिंह ने शनिवार को अनुमंडल कार्यालय में बीएसएल व बीपीएससीएल के अधिकारियों व ऐश पौंड के प्रभावित विस्थापितों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीएसएल व बीपीएससीएल को 10 दिनों के अंदर डस्ट व छाई ढुलाई के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशना होगा, ताकि पौंड के आसपास के ग्रामीण इलाकों में प्रदूषण फैलने से रोका जा सके। वहीं फ्लाई ऐश में लगे वाहनों को तिरपाल से ढंकना अनिवार्य होगा। बीएसएल प्रबंधन को समय-समय पर रास्ते में पानी का छिड़काव भी कराना होगा। कहा कि बिना तिरपाल ढंके गुजरनेवाले वाहनों के मालिक एवं प्रबंधन के विरुद्ध जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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ग्रामीणों की समस्या पर उपायुक्त ने बनाई है जांच कमेटी: मालूम हो कि छाई लदे वाहनों की वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। इसकी शिकायत मिलने पर उपायुक्त मुकेश कुमार ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है। कमेटी में जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा बीएसएल प्रबंध के सदस्य एवं ग्रामीणों को भी शामिल किया गया है। एसडीओ ने कहा कि जल्द इस दिशा में कमेटी के माध्यम से जांच करते हुए सकारात्मक पहल की जाएगी। मौके पर पुलिस उपाधीक्षक ज्ञानरंजन, बीएसएल, बीपीएससीएल के अधिकारी, हरला थाना प्रभारी जयगोविद प्रसाद गुप्ता, विस्थापित समेत अन्य लोग उपस्थित थे। -----------------------

एनएचएआइ को उपलब्ध कराना होगा फ्लाई ऐश: एसडीओ ने कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के आधार पर एनएचएआइ के काम में फ्लाई ऐश उपलब्ध कराना होगा। धनबाद राजगंज में एनएचएआइ का काम चल रहा है, जहां पर फ्लाई ऐश की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फ्लाई ऐश की ट्रांसपोर्टिंग का मार्ग बदलने पर विचार विमर्श किया गया। 10 दिनों के अंदर वैकल्पिक व्यवस्था कर ली जाएगी।


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