बेरमो कोयलांचल में भारत बंद का रहा मिलाजुला असर
बेरमो किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को बेरमो कोयलांचल में भारत बंद का मिलाजुला असर र
बेरमो : किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को बेरमो कोयलांचल में भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। बंद को सफल बनाने विपक्षी दल माकपा, भाकपा, कांग्रेस, राजद, झामुमो, भाकपा माले आदि के नेता-कार्यकर्ता सुबह लगभग सात बजे से ही सड़कों पर उतर गए। कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगे डंपरों एवं अन्य वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। साथ ही बाजार पहुंचकर दुकानों को बंद कराया। इसके बावजूद फुसरो, जरीडीह बाजार, पुराना बीडीओ आफिस व करगली की अधितकर दुकान खुली रहीं। लंबी दूरी की गाड़ियां नहीं चलीं। कोयला व छाई की ट्रांसपोर्टिंग प्रभावित हुई। पेट्रोल पंप, एलआइसी आफिस, व एटीएम सेंटर बंद रहे।
फुसरो क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी के बेरमो विधानसभा प्रभारी आबिद हुसैन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकालकर दुकानों को बंद कराया। यहां बंद समर्थकों में नगर परिषद फुसरो के उपाध्यक्ष छेदी नोनिया सहित कैलाश ठाकुर, गोवर्धन रविदास, मदन महतो, दीपक महतो, जवाहरलाल यादव, बैजनाथ महतो, परवेज अख्तर, गणेश मल्लाह, शिवनंदन चौहान, श्रीकांत मिश्रा, ललन रवानी, मो. नसीम, साधु बाउरी, मिटू खान, विजय दास, नारायण शर्मा, दिलीप सिंह आदि सक्रिय थे।
जरीडीह मोड़ स्थित अब्दुल हमीद चौक के समक्ष मुख्य सड़क को जाम कर बंद समर्थक बैनर व तंबू लगाकर बैठ गए थे। बाइक से जरीडीह बाजार, कुरपनिया, गांधीनगर, संडे बाजार आदि क्षेत्रों में घूम-घूम कर दुकानों को बंद कराया। सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक कोनार-खासमहल परियोजना व अन्य कोलियरियों से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग ठप रही। यहां यूसीडब्लूयू के महामंत्री लखनलाल महतो, एआइवाइएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम, भाकपा नेता सुजीत कुमार घोष, चंद्रशेखर झा, बंधु गोस्वामी, प्रद्यूम्न सोनी, मो. असगर, कांग्रेस पार्टी के सुबोध सिंह पवार, प्रमोद कुमार सिंह, सुनील कुमार शर्मा, निर्मल नाग, मो. आरिफ, शिवनारायण गोप, माकपा के भागीरथ शर्मा, विजय कुमार भोई, पीपी मुखर्जी, मनोज पासवान, झामुमो के काशीनाथ केवट, गणेश श्रीवास्तव, राजद के मो. सरफुद्दीन, महेंद्र मंडल, भाकपा माले के रघुवीर राय, पंचानन मंडल, खूबलाल नायक, माधव मंडल, छात्र नेता राज केवट, नारायण केवट, अमित सिंह आदि सक्रिय दिखे।
गोमिया रेलवे स्टेशन में दर्जनों बंद समर्थकों ने गोमो-बरवाडीह पैसेंजर ट्रेन को लगभग आधा घंटा रोककर केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की। इनमें माकपा के रामचंद्र ठाकुर श्यामसुंदर महतो, राकेश कुमार, विनय कुमार, कांग्रेस के पंकज पांडेय, रामकिशोर रविदास, भाकपा के इफ्तेखार महमूद आदि शामिल थे।
बोकारो थर्मल में बंद असरदार रहा। यहां बंद समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए मुख्य सड़क को जाम कर सभी दुकानों को बंद करा दिया। मौके पर भाकपा नेता ब्रजकिशोर सिंह, मो. शाहजहां, माकपा नेता भागीरथ शर्मा, जानकी महतो, कांग्रेसी नेता बाबूलाल गिरि, हंसराज प्रसाद, रिकू सिंह, बबलू सिंह, झामुमो नेता टेकलाल चौधरी, अख्तर अंसारी, ताज मोहम्मद आदि सक्रिय थे।
गोमिया व ललपनिया सहित साड़म, होसिर, महुआटांड़, आइईएल, स्वांग आदि में भारत बंद असरदार रहा। ललपनिया स्थित बैंक, बाजार, दुकान, शापिग सेंटर आदि बंद रहे। यहां बंद सफल बनाने को झामुमो गोमिया प्रखंड के अध्यक्ष लुदू मांझी एवं उपाध्यक्ष मितन सोरेन सहित संतोष साव, तुलसी महतो, रामप्रसाद सोरेन, झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के निखिल सोरेन, आदिवासी-मूलवासी अधिकार मंच के दिनेश कुमार सोरेन, अनिल हांसदा, भाकपा के समीर कुमार हलधर, गेंदो केवट, भाकपा माले के सुरेंद्र प्रसाद यादव, माकपा के राकेश कुमार, विनय स्वर्णकार, लखन महतो आदि सक्रिय रहे।
तेलो व आसपास के क्षेत्र में भारत बंद का प्रभाव आंशिक रूप से देखा गया। अधिकतर दुकानें खुली रहीं। नावाडीह क्षेत्र में बंद असरदार रहा। यहां की लगभग सारी दुकान बंद रहीं। स्थानीय देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय के समीप बंद समर्थकों ने बीच सड़क पर बैठकर वाहनों का आवागमन बाधित कर दिया था। उनमें भाकपा के गणेश प्रसाद महतो, नुनूचंद महतो, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष इमरान अंसारी, वासुदेव महतो, अनंतलाल महतो, झामुमो के गणेश प्रसाद महतो, जयनाथ महतो आदि शामिल थे।
कथारा व जरंगडीह क्षेत्र में बंद काफी प्रभावी रहा। जारंगडीह स्थित मुख्य सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया गया। यहां बंद समर्थकों में वरुण कुमार सिंह, श्यामबिहारी सिंह दिनकर, चंद्रशेखर झा, बालगोविद मंडल, सतपाल सिंह, योगेंद्र सोनार, किशुन मंडल, दीनबंधु प्रसाद, कमलेश गुप्ता, निजाम अंसारी, नरेश राम, राजीव कुमार सिंह, मो. हनीफ, वकील अंसारी, परशुराम प्रसाद, नागेश्वर बाउरी, देवी मंडल आदि शामिल थे।
पिछरी क्षेत्र में बंद का कोई असर नहीं दिखा। यहां की सभी दुकान सहित होटल खुले रहे। बुटनाडीह व हिदुस्तान पुल स्थित पेट्रोल पंप भी खुले रहे। यहां बंद कराने को समर्थक सड़क पर नहीं उतरे थे।