बोकारो से उड़ान को लाइसेंस का इंतजार
बोकारो बोकारो हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार का कार्य का 95 पूरा हो चुका है । यदि सब कुछ
बोकारो : बोकारो हवाई अड्डे के जीर्णोद्धार का कार्य का 95 पूरा हो चुका है । यदि सब कुछ ठीक रहा जो आने वाले तीन माह में बोकारो से हवाई सेवा की शुरुआत जरूर हो जाएगी। बीते सप्ताह भुवनेश्वर हवाई अड्डे से एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर को बोकारो लाया गया । यह मोबाइल टावर है जिसे गत वर्ष एमफेन तूफान के दौरान बोकारो से भुवनेश्वर हवाई अड्डे के लिए भेजा गया था। अब बोकारो से हवाई सेवा की शुरुआत करने के लिए एटीसी टावर को फिर से बोकारो लाया गया है। इसे इंस्टॉल कर ऑपरेशनल कर दिया जाएगा। हवाई अड्डे के शुरुआत में अब किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं है इंतजार है, तो डीजीसीए से मिलने वाले लाइसेंस का इसके लिए बोकारो स्टील की ओर से आवेदन किया जा रहा है। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी और बीएसएल संयुक्त रूप से आवेदन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं। संभावना है कि मई में डीजीसीए की टीम आकर हवाई अड्डे का निरीक्षण करेगी। इसके बाद व्यावसायिक उड़ान की अनुमति मिलने के साथ ही विमान टेकऑफ और लैंड करने लगेंगे। इसकी सुरक्षा के लिए पहले से ही जिला बल के दस जवानों को कोलकाता में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
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-पैसेंजर लॉबी बनकर है तैयार :
बोकारो हवाई अड्डे का रन-वे, एटीसी टावर, फायर ब्रिगेड का सिस्टम, जनरेटर रूम, सहित अन्य कार्य हो चुके हैं। खास कर यात्रियों के लिए पैसेंजर लॉबी बनकर पूरी तरह तैयार हो चुका है । आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के सामानों की जांच करने के लिए स्कैनर सहित अन्य व्यवस्था की गई है इसके अलावा पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ मुख्य दरवाजे पर इमेज सेंसर लगाया गया है, जो कि यात्रियों के खड़ा होने के साथ ही खुलेगा और स्वत: बंद हो जाएगा । इसके अतिरिक्त यात्रियों के बैठने के लिए व्यवस्था कैफेटेरिया एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराया गया है।
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पटना और कोलकाता के लिए होगी उड़ान :
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बोकारो से पटना और कोलकाता के लिए उड़ान होगी । इसके लिए पूर्व में ही स्पाइसजेट को यह रूट अलॉट हो चुका था। संभावना है कि यात्रियों की संख्या बढ़ने के उपरांत अन्य हवाई सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनियां भी बोकारो से अपने विमानों को उड़ान के लिए आवेदन दे सकते हैं। पूर्व में कराए गए सर्वेक्षण के अनुसार रांची हवाई अड्डे से अलग-अलग जगहों पर जाने वाले यात्रियों में 25 से 30 प्रतिशत यात्रियों की संख्या बोकारो और धनबाद की होती है। शेष पूरे राज्य के लोग होते हैं। ऐसे में बोकारो हवाई अड्डा के सफल संचालन की संभावना एयरपोर्ट अथॉरिटी के साथ-साथ बोकारो स्टील को भी है ।
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2024 तक राज्य के चार हवाई अड्डे हो जाएंगे चालू : संसद में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया था कि आरसीएस स्कीम के तहत 54 हवाई अड्डे अलग-अलग राज्यों में चालू हो गया है। शेष 89 हवाई अड्डा 2024 तक चालू होगा। इसमें झारखंड के चार हवाई अड्डे बोकारो , दुमका, जमशेदपुर व हजारीबाग शामिल है। बोकारो से वर्ष 2021 में वर्ष 2022 में दुमका व जमशेदपुर तथा हजारीबाग वर्ष 2024 में चालू हो जाएगा। इसके लिए राशि भी विभाग ने जारी कर दिया है और काम चल रहा है। देवघर इनसे अलग है। खास बात है कि धनबाद अभी सरकार के प्राथमिकता सूची में नहीं है।
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कोट : बोकारो हवाई अड्डे का काम लगभग पूरा हो गया है। बचे हुए छोटे-छोटे काम दो माह में पूरा हो जाएगा। लाइसेंस के लिए बीएसएल एयरपोर्ट अथॉरिटी की सहायता से आवेदन कर रहा है। लाइसेंस मिलते ही विमान सेवा शुरू होने की संभावना है।
प्रियंका शर्मा, वरीय प्रबंधक एयरपोर्ट