नकली सोना देकर दुकानदार को ठगने वाले चार जालसाज गिरफ्तार
जागरण संवाददाता बोकारो बीते माह की 29 तारीख को गरीबी की वजह से घर के सोना को बेचने
जागरण संवाददाता, बोकारो : बीते माह की 29 तारीख को गरीबी की वजह से घर के सोना को बेचने की बात कहकर एक दुकानदार से ढाई लाख रुपये ठगने वाले चार जालसाजों को पुलिस काफी मशक्कत के बाद खोजने में कामयाब हुई है। पुलिस इनके पास से ठगे गए ढाई लाख रुपयों में से 2 लाख 36 हजार रुपये भी बरामद कर ली है। सभी आसाम के रहने वाले बताए जा रहे हैं। यह जानकारी सिटी डीएसपी ज्ञान रंजन ने अपने कार्यालय कक्ष में देते हुए बताया कि बीते माह की 29 तारीख को सेक्टर दो बी के आवास 2-099 निवासी दुकानदार मनोज कुमार के यहां साइकिल से मछली बचने के लिए दो व्यक्ति पहुंचे। दोनों ने दुकानदार को अपनी गरीबी का हवाला दे पुस्तैनी सोने के गहनों को बेचने का प्रस्ताव दिया। दुकानदार राजी हो गया और इनका मोबाइल नंबर लेकर दूसरे दिन आने को कहा। दोनों अगले दिन पहुंचे और दो मेटल तीन-तीन सौ ग्राम का देकर ढाई लाख रुपये ले लिए। दोनों ने अपना नाम नीरज व संजीव बताया। दुकानदार को जब जानकारी मिली कि उसे दोनों ने सोने की जगह पीतल थमा दिया तो वह थाने जाकर प्राथमिकी दर्ज कराए। सिटी पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर जांच में जुटी। पुलिस के पास जालसाजों का एक मोबाइल नंबर था। पुलिस इसी मोबाइल नंबर के आधार पर जांच को आगे बढ़ाई। ---बदल दिए थे भाड़े का आवास : सिटी डीएसपी ने बताया कि जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि माराफारी के डुमरो निवासी नजरूल हुसैन के घर में असम के रहने वाले व्यक्ति इस मोबाइल को यूज करते हैं। यहां रहने वाले घूम-घूम कर मछली बेचते हैं। जब पुलिस यहां पहुंची तो जानकारी मिली कि यहां रहने वाले सभी लोग घटना के दिन ही आवास छोड़कर बालीडीह रहने के लिए चले गए हैं। पुलिस अब बालीडीह के मखदुमपुर स्थित ग्यासुद्दीन अंसारी के घर पर पहुंची। अंसारी के आवास में ही सभी भाड़े पर रह रहे थे। यहां से पुलिस दुकानदार को ठगने वाले अब्दुल हमीद और सैइजुल पोर मानिक को पुलिस गिरफ्तार की। इनके पास पूरे मामले में शामिल दो और आरोपियों में हनीफ अली और सैजुद्दीन पोर मानिक भी गिरफ्तार कर लिए। 2 लाख 36 हजार रुपये भी इनके पास से बरामद हुए। वह मोबाइल भी बरामद किया गया जिससे वह दुकानदार को फोन किए थे। सभी असम के दुबरी जिला स्थित फकिरगंज के रहने वाले बताए गए। पुलिस इनका पूर्व आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई है।
----इनका रही सराहनीय भूमिक
सिटी डीएसपी ने बताया कि घटना का खुलासा करने में सिटी थाना इंचार्ज अजय प्रसाद, प्रशिक्षु दारोगा अभिषेक महतो, एएसआइ बाल्मिकी पाठक, शाहीद अहमद खां, हवलदार मंगता केराई, सिपाही सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह और अलाउद्दीन अंसारी की भूमिका सराहनीय रही।