सेल के मुनाफे के साथ ही एरियर भुगतान की उठी मांग
प्रबंधन पर संयंत्र कर्मियों के बकाया एरियर भुगतान की मांग का दबाव अब बढ़ता जा रहा है।
सेल के मुनाफे के साथ ही एरियर भुगतान की उठी मांग
जागरण संवाददाता, बोकारो : महारत्न कंपनी सेल को वित्तीय वर्ष 2021-22 में कर पूर्व 14 हजार करोड़ रुपये मुनाफा होने के साथ ही प्रबंधन पर संयंत्र कर्मियों के बकाया एरियर भुगतान की मांग का दबाव अब बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को पीएसयू अधिकारियों का संगठन नेशनल कनफेडरेशन आफ आफिसर एसोसिएशन ने पीएमओ को पत्र देकर सेल में अधिकारी व कर्मचारियों को 39 माह के बकाया एरियर के भुगतान की बात कही है। पत्र में कहा कि सेलकर्मियों का पे रिवीजन एक जनवरी 2017 से लागू होने के बाद कंपनी प्रबंधन एरियर के मद में एक अप्रैल 2020 से रकम का भुगतान किया है। शेष 39 माह का एरियर अब तक नहीं दिया गया है। सेल को बीते वित्तीय वर्ष 2021-22 में 14 हजार करोड़ का लाभ हुआ है। इसकी आधिकारिक घोषणा कंपनी की चेयरमैन सोमा मंडल 23 मई को बोर्ड मीटिंग में करेगी। इसलिए पीएमओ को मामले पर हस्तक्षेप करते हुए कंपनी प्रबंधन को शीघ्र राशि के भुगतान का निर्देश दिया जाना चाहिए।
घाटे में भी मिली थी एरियर की पूरी राशि : एनसीओ ने पीएमओ को बताया कि सेल के तत्कालीन चेयरमैन अरविंद पाण्डेय के समय कंपनी जब घाटे में थी तो उस समय संयंत्रकर्मियों को पे रिवीजन के मद में एरियर का भुगतान एक मुश्त कर दिया गया है। वर्तमान समय में सेल को 14 हजार करोड़ का लाभ हुआ है। इसमें सबसे बड़ी भागीदारी बोकारो इस्पात संयंत्र की है। बीएसएल को 2021-22 में छह हजार करोड़, राउरकेला को पांच हजार करोड़, भिलाई को 12 सौ करोड़ तथा दुर्गापुर को सात सौ करोड़ का मुनाफा हुआ है। जबकि 39 माह के बकाया एरियर पर मात्र आठ सौ करोड़ रुपये का खर्च है। इसलिए प्रबंधन को अविलंब रकम का भुगतान कर देना चाहिए। बावजूद इसके प्रबंधन राशि के भुगतान में किसी प्रकार की आनाकानी करती है तो संगठन को विवश होकर सुप्रीम कोर्ट के शरण में जाना होगा।
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सेल कर्मियों के 39 माह के बकाया एरियर भुगतान पर आज पीएमओ को पत्र लिखे हैं। कंपनी को साल 2021-22 में लगभग 14 हजार करोड़ का मुनाफा हुआ है जबकि एरियर पर मात्र आठ सौ करोड़ का खर्च आएगा। इसलिए 23 मई की बोर्ड मीटिंग के साथ ही रकम के भुगतान की मांग की गई है।
विमल कुमार विशी, सदस्य, एनसीओए