सुरक्षा के बीच परसबनी में 49.75 एकड़ भूमि का सीमांकन
हिडाल्को कंपनी एवं वन विभाग ने शनिवार को भारी सुरक्षा के बीच परसबनी में 49.75 एकड़ भूमि
हिडाल्को कंपनी एवं वन विभाग ने शनिवार को भारी सुरक्षा के बीच परसबनी में 49.75 एकड़ भूमि का सीमांकन किया। सीमांकन की सूचना मिलते ही धावटांड़ एवं बांधटांड़ की दर्जनों महिलाएं विरोध को पहुंच गई। लेकिन पहले से तैयार प्रशासन महिलाओं को सीमांकन तक फटकने नहीं दिया। बेरमो एसडीएम अनंत कुमार एवं एसडीपीओ सतीशचंद्र खुद ही कमान संभाले हुए थे, जिस वजह से विरोध के बाद भी सीमांकन का कार्य पूरा हो सका। ग्रामीणों ने बताया कि नावाडीह प्रखंड के परसबनी पंचायत अंतर्गत मौजा धावाटांड़, बेहराडीह, बांधटांड़, गोदराटांड़, राजाटांड़ के खाता नंबर 81, प्लॉट नंबर 76 व 77 का रकबा 49.75 एकड़ भूमि स्थानीय रैयत की है, जिसे राजतंत्र काल से ही हुक्कानामा के आधार पर स्थानीय रैयत के पूर्वज खेती करते आ रहे हैं। पंचायत के आदिवासियों को वन अधिकार के तहत पट्टा भी दिया गया था, लेकिन राज्य सरकार उक्त जमीन को हिडाल्को कंपनी को एक करार के तहत देते हुए जमीन वन विभाग को वनरोपण के लिए स्थानांतरण कर दिया। वनरोपण के लिए बीते 16 दिसंबर को सीमांकन करने पहुंचे एसडीएम एवं वन संरक्षक पुलिस बल को ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद बैरंग वापस लौटना पड़ा था। वहीं जमीन को बचाने के लिए ग्रामीणों ने लगातार धरना भी दिया।
शनिवार को भी विरोध की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने पहले से सारी तैयारी कर रखी थी, पुलिस की मुस्तैदी से ग्रामीणों का विरोध हावी नहीं हो सका। मौके पर सीओ अंगारनाथ स्वर्णकार, अंचल निरीक्षक युवराज गोप, बोकारो सहायक वन संरक्षक अमित चौधरी, बेरमो सर्किल इंस्पेक्टर गजेंद्र कुमार पांडेय, नावाडीह थाना प्रभारी कलीम अख्तर, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक सुनील पांडेय, सअनि गणेश पासवान, कमलेश सिंह, हिडाल्को कंपनी के एजीएम मनोरंजन कुमार सिंह, मैनेजर संजय सिंह, वनरक्षी अजीत मुर्मू, नित्याचंद महतो सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे।
पांच के खिलाफ दर्ज हो चुका है मुकदमा : 16 दिसंबर को ग्रामीण के विरोध के बाद बगैर सीमांकन किए लौटे अधिकारी में नाराजगी साफ देखी गई । 18 दिसंबर को वन विभाग ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने को ले एक मामला नावाडीह थाना में दर्ज किया गया। जिसमें बांधटांड़ निवासी सुखलाल महतो, वासुदेव महतो, योधन महतो, सीताराम महतो एवं गोदराटांड़ निवासी मलू मांझी को नामजद अभियुक्त बनाते हुए करीब 150 लोगों पर मामला दर्ज किया गया था।