वेबिनार में वर्षा जल संचयन के उपायों पर हुई चर्चा
जागरण संवाददाता ऊधमपुर नेहरू युवा केंद्र ऊधमपुर युवा मामले और खेल मंत्रालय भारत सरकार
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : नेहरू युवा केंद्र ऊधमपुर, युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से जलशक्ति अभियान के दूसरे चरण के शुभारंभ के हिस्से के रूप में कैच द रैन अभियान पर वेबिनार का आयोजन किया गया। पहला वेबिनार 27 नवंबर को आयोजित किया गया था, जिसमें ब्लाक ऊधमपुर, चनैनी और टिकरी के 100 से अधिक युवा स्वयंसेवकों ने भाग लिया था।
शुरुआत में जिला युवा अधिकारी एस. कुशल गुप्ता ने वेबिनार में अतिथियों, प्रतिभागियों और छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने प्रतिभागियों को कार्यक्रम के उद्देश्यों और विभाग की ओर से विभिन्न ब्लाकों में की जा रही जागरूकता पहल के बारे में जानकारी दी। कार्यपालक अभियंता, पीएचई प्रभाग ताज चौधरी ने भी वेबिनार में भाग लिया और युवाओं को जलशक्ति विभाग की विभिन्न पहलों से अवगत कराया। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में ऐसे अभियानों के महत्व पर प्रकाश डाला।
आइसी जलशक्ति केंद्र राकेश पाड़ा ने भी वर्षा जल संचयन के उपायों के बारे में बताया। उन्होंने वर्षा जल के संरक्षण और इसके उचित उपयोग में महिलाओं की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया।
सोमवार को दूसरे वेबिनार में परियोजना प्रबंधक आइडब्ल्यूएमपी सपना कोतवाल (केएएस) ने प्रतिभागियों को विभाग की ओर से की गई विभिन्न पहलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ब्लाक चनैनी के गंतवाल गाव में बना रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर का बेहतरीन उदाहरण है और इस तरह के माडल को हर पंचायत अपना सकती है। इसमें 21 लाख लीटर बारिश के पानी को स्टोर करने की क्षमता है और वर्तमान में केवल 21 परिवार ही वहा काम कर रहे हैं। जिला मृदा संरक्षण अधिकारी संजय कोतवाल ने यह भी कहा कि समय की आवश्यकता है कि मिट्टी का संरक्षण किया जाए, क्योंकि 33 फीसद मिट्टी पहले ही नष्ट हो चुकी है और रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक इसका 90 फीसद क्षरण हो जाएगा। उन्होंने प्रतिभागियों से यात्रा करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न तालाबों को देखें, जिनका विभाग की ओर से जीर्णोद्धार किया गया है। आगामी वेबिनार दो, चार और सात दिसंबर को आयोजित किए जाएंगे, जिसमें कुल 500 युवा स्वयंसेवकों को जागरूक करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।