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पौनी के गुलजार गांव में एक ही तालाब का पानी पीते हैं इंसान व जानवर

जुगल मंगोत्रा पौनी सरकार हर घर जल से नल जल जीवन मिशन सहित पेयजल की कई योजनाएं चला रही

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Jan 2022 07:29 AM (IST)Updated: Thu, 13 Jan 2022 07:29 AM (IST)
पौनी के गुलजार गांव में एक ही तालाब का पानी पीते हैं इंसान व जानवर
पौनी के गुलजार गांव में एक ही तालाब का पानी पीते हैं इंसान व जानवर

जुगल मंगोत्रा, पौनी :

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सरकार हर घर जल से नल, जल जीवन मिशन सहित पेयजल की कई योजनाएं चला रही है, लेकिन आज भी कुछ गांव ऐसे हैं, जो तालाब का पानी पीने को मजबूर हैं। रियासी जिले की तहसील पौनी की पंचायत संगड़ के गुलजार गांव में तो जानवर व इंसान एक ही तालाब से पानी पीते हैं। इस गांव में वर्षो से पानी की किल्लत बनी हुई है।

इस गांव के बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक तालाब से पानी ढोते नजर आते हैं। जलशक्ति विभाग की तरफ से पंचायत संगड़ में पड़ते गांवों के लोगों की प्यास बुझाने के लिए 15 वर्ष पहले संगड़ वाटर सप्लाई स्कीम शुरू की गई थी, लेकिन इस योजना के तहत ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल सप्लाई कभी नहीं मिली। गुलजार गांव के लोग आज भी बारिश के पानी पर निर्भर हैं। बारिश होती है तो तालाब में पानी भरता है और लोग फिर इसी तालाब से पानी ले जाते हैं। करीब 20 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे गुलजार गांव में अगर जलशक्ति विभाग की तरफ से पेयजल सप्लाई के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं तो उक्त गांव के लोगों की यह समस्या दूर हो जाएगी।

संगड़ पंचायत के सरपंच भगवान सिंह ने बताया कि पंचायत में 14 मोहडे़ पड़ते हैं, जिसमें गाई, सरोवास, खड़ा बट, मंजमा, गुलजार, बंबलेया, फरगल, खौड़ी, चुनार संगड़, स्योट, मडोती, मानी, मल्लड़ा आदि शामिल हैं। करीब 3000 आबादी वाली पंचायत में अगर सरकार की तरफ से पेयजल को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले समय में समस्या और अधिक गंभीर हो जाएगी। शिवखोड़ी से जुड़े हैं संगड़ पंचायत के सभी गांव

संगड़ पंचायत ऐतिहासिक एवं धार्मिक तीर्थ स्थल रनसू शिवखोड़ी में पड़ती है। अगर सरकार शिवखोड़ी में विकास कर रही है तो उक्त गांव को भी विकसित करने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। वर्षो से तालाब का पानी पीने वाली गुलजार गांव में रहने वाली 90 वर्षीय बुजुर्ग शांति देवी, 91 वर्षीय बावो देवी, 95 वर्षीय बुजुर्ग धर्म सिंह, 85 वर्षीय विश्वनाथ ने भावूक होकर बताया कि भोले बाबा की कृपा से गांव में आज तक कोई कष्ट नहीं आया है, लेकिन पीने के पानी की समस्या गंभीर होने पर लोग शिवखोड़ी में माथा टेक बारिश होने की उम्मीद जरूर करते हैं। क्योंकि अगर बारिश होगी तो गांव में पानी उपलब्ध होगा और तालाब भी नहीं सूखेंगे। सरकार को पंचायत संगड़ में पीने के पानी को लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए। संगड़ पंचायत में इससे पहले एक वाटर सप्लाई स्कीम चल रही है, जिससे ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की सप्लाई प्राप्त नहीं होती है। जल जीवन मिशन के तहत दो नई योजनाएं उक्त पंचायत के सभी गांवों के लिए मंजूर हो चुकी हैं। बहुत जल्द विभाग की तरफ से इस योजना का काम शुरू किया जाएगा। उसके बाद ग्रामीणों को पीने के पानी की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।

- केवल कृष्ण शर्मा, डीडीसी सदस्य पौनी ए संगड़ पंचायत में जल जीवन मिशन (जेजेएम) योजना के तहत 8.50 करोड़ रुपये की लागत से दो नई योजनाएं मंजूर हो चुकी है। बहुत जल्द संगड़ पंचायत के सभी गांवों में पीने के पानी की किल्लत को दूर करने के लिए जलशक्ति विभाग की तरफ से काम शुरू किया जाएगा। उम्मीद है उक्त योजना के शुरू होने पर वर्षो से पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहे संगड़ पंचायत के लोग राहत महसूस करेंगे।

- राजेश अंगुरना, एईई, जलशक्ति विभाग रियासी-पौनी।


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