यात्रियों की बाट जोह रहा है वैष्णो देवी का भवन
नवरात्र के बाद वैष्णो देवी की यात्रा में आई गिरावट अभी तक जारी है। कटड़ा से लेकर भवन तक वीरानी छाई है।
संवाद सहयोगी, कटड़ा : नवरात्र के बाद वैष्णो देवी की यात्रा में आई गिरावट अभी तक जारी है। कटड़ा से लेकर भवन तक वीरानी छाई है। इससे स्थानीय व्यवसायियों के माथे पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं। हालांकि राज्य प्रशासन और श्राइन बोर्ड ने एक दिन में दर्शन करने वाले यात्रियों की अधिकतम सीमा 15 हजार कर दी है, लेकिन भक्तों की संख्या नवरात्र के दिनों में निर्धारित अधिकतम सीमा तक नहीं पहुंची थी।
बीते तीन नवंबर को यहा करीब 1300 श्रद्धालुओं ने मा वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी। फिर चार नवंबर को मात्र 700 श्रद्धालु ही मा वैष्णो देवी के दरबार हाजिर लगाने पहुंचे। इसी तरह 5 नवंबर वीरवार को देर शाम 7:00 बजे तक करीब 900 श्रद्धालु मा वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए भवन की ओर प्रस्थान कर चुके थे और इक्का-दुक्का श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी था। जानकारों का मानना है कि भैया दूज के बाद पारंपरिक तौर पर मा वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी हर वर्ष होती है। लेकिन इस वर्ष भी बढ़ोतरी होगी यह कहना मुश्किल है। क्योंकि जब तक ट्रेनों और अंतरराज्यीय बसों का परिचालन नहीं होगा, तब तक मा वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी संभव नहीं है। राज्य प्रशासन ने सकारात्मक पहल करने की अपील कटड़ा के व्यापारी श्रद्धालुओं का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अंतरराज्यीय बसें और ट्रेनें नहीं चलने से यहां के व्यापारी चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। केंद्र सरकार को भी यहां की अर्थव्यवस्था के बारे में सोचना चाहिए। इसलिए ट्रेनों का परिचालन जल्द से जल्द बहाल करने की मांग की जा रही है।