आज और कल ऊधमपुर में बंद रहेंगे बाजार
जागरण संवाददाता ऊधमपुर रविवार और सोमवार को दो दिन तक जिले में बाजार बंद रहेंगे। के
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :
रविवार और सोमवार को दो दिन तक जिले में बाजार बंद रहेंगे। केवल दूध, दवा और सब्जी-फल की दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। वहीं, शनिवार को दिनभर बाजार खुले तो रहे, मगर सुबह से रात तक जारी बारिश की वजह से बाजार में भीड़ और दुकानों पर ग्राहक कम ही देखने को मिले।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बीते शुक्रवार को दोपहर दो बजे से पूरे प्रदेश में गैर जरूरी आवाजाही प्रतिबंधित हो गई। प्रदेश की तरह ऊधमपुर में गैर जरूरी आवाजाही रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन ने सख्ती कर दी, मगर व्यापार मंडल ने शुक्रवार दो बजे के बाद बाजार बंद न करने और शनिवार को भी खोलने का ऐलान कर दिया। शुक्रवार को भी बाजार रात तक खुले रहे। शनिवार को भी सुबह से लेकर रात तक बाजार खुले रहे। शुक्रवार और शनिवार को खुले रहे ऊधमपुर के बाजार अगले दो दिन रविवार और सोमवार को बंद रहेंगे। इन दो दिनों में पिछले रविवार की तरह केवल दूध, दवा और फल-सब्जी की दुकानें ही खुलेंगी।इस बारे में व्यापार मंडल के अध्यक्ष जितेंद्र बरमानी और वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि ऊधमपुर में सोमवार को नागा होता है। पिछली बार सोमवार को दुकानें खोली गई थीं, मगर कारोबार नहीं हुआ, क्योंकि लोग जानते हैं कि ऊधमपुर में बाजार सोमवार को बंद रहते हैं। इसलिए शुक्रवार और शनिवार को कारोबार बंद नहीं किए गए। रविवार और सोमवार को बाजार में दुकानें बंद रहेंगी। उन्होंने सभी व्यापारियों से दूध, दवा, फल और सब्जी की दुकानों को छोड़कर शेष सभी से दुकानें बंद रखने की अपील की है। वहीं, उन्होंने स्पष्ट आदेश की बजाए असमंजस और समझ न आने वाले आदेश निकालने पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए व्यापारियों ने पिछली दो लहरों में जितना नुकसान सहा है, शायद ही किसी वर्ग ने सहा होगा। कोरोना से लोगों को बचाने के लिए व्यापारी आज भी पीछे नहीं है, मगर इस तरह से अस्पष्ट और असमंजस में डालने वाले आदेश जारी होने से व्यापारी और आम लोग परेशान होते हैं। दो दिन बंद रखा है, या एक सप्ताह प्रशासन को इस बारे में स्पष्ट निर्देश जारी करने चाहिए।
वहीं, शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक बाजार बेशक खुले रहे, मगर दिनभर बाजार में शुक्रवार जैसी भीड़ नहीं रही। दुकानों में ग्राहक नजर नहीं आए। इससे खुलने के बावजूद बाजार में कारोबार कम रहा।