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Shiv Khori Yatra 2021: तीन दिन में ढाई लाख श्रद्धालुओं ने शिवखोड़ी में किए दर्शन

Shiv Khori Yatra 2021शिवखोड़ी मेला के आफिसर लेखराज व श्राइन बोर्ड के प्रबंधक एवं नायब तहसीलदार रनसू अशोक कुमार का कहना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार भी तीन दिवसीय शिवरात्रि मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बराबर रही है।

By Edited By: Published: Sat, 13 Mar 2021 07:48 AM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 10:13 AM (IST)
Shiv Khori Yatra 2021: तीन दिन में ढाई लाख श्रद्धालुओं ने शिवखोड़ी में किए दर्शन
कंडा से रनसू तक बसें नहीं चलीं। कंडा से रनसू तक नौ किलोमीटर के लिए मेटाडोर लगाई गई थीं।

पौनी, जुगल मंगोत्रा : ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल शिवखोड़ी में महाशिवरात्रि मेले के दौरान तीन दिन में ढाई लाख श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए। इस दौरान श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा गया। तीन दिवसीय मेले के अंतिम दिन क्षेत्रिय श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंचे।

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इस दौरान उन्होंने बाजार में खूब खरीदारी भी की। हालांकि मेले के तीसरे दिन बारिश के कारण सुबह से लेकर दिन मे तीन बजे तक मात्र पांच हजार श्रद्धालुओं ने ही दर्शन किए थे। बारिश थमने के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए। शिवखोड़ी मेला के आफिसर लेखराज व श्राइन बोर्ड के प्रबंधक एवं नायब तहसीलदार रनसू अशोक कुमार का कहना है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार भी तीन दिवसीय शिवरात्रि मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बराबर रही है।

वर्ष 2020 में भी मेले के दौरान ढाई लाख श्रद्धालुओं ने भोले शंकर के दर्शन किए थे। इस बार पहले दिन 10 मार्च को 57,452, दूसरे दिन 11 मार्च को 1,75,079 व तीसरे दिन दिन मे तीन बजे तक पांच हजार श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए थे। बारिश थमने के बाद देर शाम तक सात से आठ हजार और श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है। प्रशासन के मुताबिक इस बार तीन दिवसीय मेले में ढाई लाख के करीब श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है।

वर्ष 2019 में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने शिवरात्रि मेले के दौरान भोले बाबा के दर्शन किए थे। मेले में दिखे सुरक्षा के कड़े प्रबंध स्थानीय प्रशासन ने मेले में व्यापक प्रबंध किए थे। इसके अलावा सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान दर्शन करने के लिए आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात थे। इसके साथ इस बार सेना के जवान भी जगह-जगह तैनात थे और खासकर ड्रोन से दर्शन के लिए आने जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की निगरानी की जा रही थी। एसएसपी रियासी रश्मि वजीर खुद मेले के दौरान तीन दिनों तक पुलिस के जवानों के साथ सुरक्षा का बार-बार जायजा ले रही थीं।

कंडा से आगे नहीं चलीं बसें:  कंडा से रनसू तक बसें नहीं चलीं। कंडा से रनसू तक नौ किलोमीटर के लिए मेटाडोर लगाई गई थीं। कंडा-रनसू मार्ग पर जाम की समस्या नहीं रही, लेकिन त्रियाठ-रनसू मार्ग पर सुबह से लेकर देर रात तक जाम की समस्या देखने की मिली। पुलिस और जिले के तमाम विभागों के अधिकारियों ने मेले में मेहनत व लगन से भक्तों का सहयोग किया और अपनी ड्यूटी निभाई, जिसमें किसी भी प्रकार की कोई घटना सामने नहीं आई। एआरटीओ रियासी राजेश गुप्ता खुद कंडा क्षेत्र में यात्री वाहनों की व्यवस्था के लिए वाहनों की जांच कर रहे थे।

लंगर में प्रसाद लेने के लिए लगी थीं कतारें: तीन दिवसीय महाशिवरात्रि मेले में विभिन्न संस्थाओं ने लंगर लगाए थे। लंगरों में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। तीसरे दिन भी काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। श्रद्धालुओं की कम भीड़ को देखते हुए तीसरे दिन बाजार में बनाए गए पर्ची काउंटर को बंद कर दिया गया। वहीं, दर्शन कर लौटने वाले श्रद्धालुओं का कहना था कि स्थानीय प्रशासन की तरफ से गुफा में इस बार बेहतर प्रबंध किए गए थे, जिसे देख श्रद्धालुओं को दर्शन करने में कोई दिक्कत नहीं आई।

नहीं हुआ दंगल का आयोजन: शिवखोड़ी में मेले के तीसरे दिन शुक्रवार को होने वाला 23वां शिवखोड़ी केसरी दंगल बारिश के कारण स्थगित कर दिया गया। जेएंडके इंडियन स्टाइल रेसिलिंग एसोसिएशन के प्रधान शिव कुमार शर्मा ने बताया कि रनसू दंगल कमेटी की तरफ से बैठक करने के बाद अगले कुछ दिनों में दंगल कराने का निर्णय लिया गया है। दंगल की तिथि की जानकारी अभी नहीं दी गई है।

  • शिवरात्रि मेले में जिले के सभी अधिकारियों ने श्रद्धालुओं की सेवा के लिए सहयोग दिया है। मेले में ढाई लाख के करीब श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए। उम्मीद है कि अगली बार यह संख्या तीन लाख के करीब पहुंच जाएगी। - इंदु कंवल चिब, वाइस चेयरमैन शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड रनसू व डीसी रियासी

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