दो माह बाद आज इंदौर से पहली ट्रेन रेलवे स्टेशन कटड़ा पहुंचेगी
संवाद सहयोगी कटड़ा पंजाब में किसानों का आंदोलन खत्म होने के बाद करीब दो माह बाद एक
संवाद सहयोगी, कटड़ा : पंजाब में किसानों का आंदोलन खत्म होने के बाद करीब दो माह बाद एक बार फिर ट्रेनों के परिचालन को लेकर कटड़ा रेलवे प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। श्रद्धालुओं को लेकर पहली ट्रेन मंगलवार को शाम 6:30 बजे कटड़ा के श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए जिला आयुक्त रियासी के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर स्थिति का जायजा लिया।
बैठक में उपस्थित एआरटीओ रियासी कुलदीप समोत्रा, एसडीएम कटड़ा अशोक चौधरी, बीएमओ डॉक्टर गोपाल दत्त, एसएचओ सुनील शर्मा आदि के साथ होटल व्यवसाय से जुड़े सदस्य भी मौजूद थे। बैठक में कोरोना महामारी को लेकर की गई तैयारियों के बारे में विचार-विमर्श किया गया, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित मा वैष्णो देवी की यात्रा कर सकें। जिला आयुक्त रियासी इंदु कंवल चिब ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा पहुंचने वाला वाले प्रत्येक श्रद्धालु का रैपिड टेस्ट अनिवार्य है। जिसको लेकर कटड़ा रेलवे स्टेशन परिसर में कोविड सेंटर बनाया गया है। हालाकि जो श्रद्धालु अपने साथ कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट लेकर आएंगे, उन्हें वैष्णो देवी यात्रा की अनुमति दी जाएगी। अलबत्ता बाकी श्रद्धालुओं का टेस्ट जरूरी होगा और जो भी श्रद्धालु कोविड-पॉजिटिव पाया जाएगा तो उसे आधार शिविर कटड़ा में ही क्वारंटाइन किया जाएगा, ताकि मा वैष्णो देवी यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित हो और कोरोना संक्रमण न फैले।
वहीं, श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा के सुपरिटेंडेंट आरके हक्कू ने बताया कि मंगलवार शाम 6:30 बजे मध्यप्रदेश के इंदौर से पहली ट्रेन श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा पहुंचेगी। वहीं, मंगलवार देर रात 11:05 बजे आधार शिविर कटड़ा से दिल्ली के लिए श्री शक्ति ट्रेन रवाना होगी। आगामी 25 नवंबर को जबलपुर से दोपहर बाद 2:55 बजे कटड़ा स्टेशन पर ट्रेन पहुंचेगी। इसी तरह 26 नवंबर को श्री शक्ति ट्रेन दिल्ली से आधार शिविर कटड़ा सुबह 5:00 बजे पहुंचेगी। आके हक्कू ने बताया कि एक बार फिर ट्रेनों के परिचालन को लेकर रेलवे विभाग ने सभी तरह की तैयारिया कर ली हैं, ताकि कटड़ा पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।