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रियासी में 90 दुकानों पर लटकी तलवार

संवाद सहयोगी रियासी जिले में भीमगढ़ किला क्षेत्र की सड़क पर बनी लगभग 90 दुकानों पर तलवा

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 02:19 AM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 06:19 AM (IST)
रियासी में 90 दुकानों पर लटकी तलवार
रियासी में 90 दुकानों पर लटकी तलवार

संवाद सहयोगी, रियासी : जिले में भीमगढ़ किला क्षेत्र की सड़क पर बनी लगभग 90 दुकानों पर तलवार लटकती नजर आने लगी है। वन विभाग को अंदेशा है कि इनमें कुछ दुकानें वन भूमि पर बनी है। ऐसे में वन भूमि की निशानदेही की जाएगी। अगर कोई भी दुकान या निर्माण वन भूमि में पाया गया तो उसका खाली होना तय है। निशानदेही तथा जरूरी कार्रवाई न होने तक प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया है। इसके तहत इस कार्रवाई के लिए गठित विशेष कमेटी द्वारा निशानदेही तथा अन्य कार्रवाई न होने तक इन दुकानों को बेचने या खरीदने के अलावा किसी भी निर्माण या मरम्मत पर रोक लगा दी गई है। जारी नोटिस को उस साइट पर जगह-जगह चस्पा दिया गया है। इससे दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। कुछ को अपनी दुकान हाथ से फिसलती दिख रही है। उनमें घबराहट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नोटिस चस्पाने के कुछ ही घंटों के भीतर वहां से अधिकतर नोटिस गायब कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि रियासी से जम्मू- पौनी सड़क पर भीमगढ़ किला साइट की तरफ त्रिकुटा पेट्रोल पंप से आइआरपी चौक तक कुछ वर्ष पहले कोई भी दुकान या निर्माण नहीं था। समय के साथ-साथ वहां दुकानें और कामर्शियल निर्माण होने लगे। वर्तमान में पेट्रोल पंप से आइआरपी चौक तक 85 से अधिक दुकानें तथा अन्य कामर्शियल निर्माण किए गए हैं। इनमें कुछ निर्माण तीन से चार मंजिल तक भी शामिल है। निर्माण में खाने-पीने की दुकानों के अलावा वाहन ठीक करने की वर्कशॉप तथा अन्य कारोबार चल रहे हैं। यहां होने वाले निर्माण कार्य पर अक्सर आम लोगों की उंगलियां उठती रहती थी । ज्यादातर लोग यहां होने वाले निर्माण कार्य को वन भूमि पर होने की आशंका व्यक्त करते हुए अक्सर प्रश्न उठाते रहते थे। अभी भी लोगों का कहना है कि भीमगढ़ किला की इस साइट पर मुख्य सड़क तक अधिकांश वन भूमि है तो फिर यहां इतने बड़े पैमाने पर हुए निर्माण की कोई जांच परख नहीं की गई। लेकिन मंगलवार को इस साइट पर कुछ सरकारी कर्मचारी खंभों पर नोटिस चस्पाने लगे। पूछने पर उनका कहना था कि इस जगह की निशानदेही होगी। ऐसे में निशानदेही न होने तक इस साइट की कोई भी दुकान बेचने या खरीदने के अलावा नए निर्माण या फिर किसी किस्म की मरम्मत पर रोक लगा दी गई है। नोटिस पढ़ने पर वहां के कई दुकानदारों में घबराहट के साथ ही चर्चा का बाजार गर्म हो गया। घबराहट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दूसरे दिन बुधवार को वहां एक भी नोटिस नजर नहीं आया। स्वभाविक है कि कुछ लोगों ने नोटिस फाड़ कर वहां से हटा दिए।

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भीमगढ़ किला के आसपास है वन भूमि

कुछ वर्ष पहले यहां जब कामर्शियल निर्माण कार्य तेजी पकड़ने लगे तो वन भूमि की निशानदेही तथा अन्य कार्रवाई के लिए एक कमीशन गठित किया गया था। लेकिन कमीशन से संबंधित अधिकारियों के तबादले तथा अन्य कारणों से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। वन विभाग को पूरा अंदेशा है कि इस साइट के कई निर्माण वन भूमि पर हो सकते हैं जिस पर रियासी के डीएफओ अनिल कुमार अत्री की तरफ से इस साइट पर वन भूमि की निशानदेही के लिए प्रशासन को लिखा गया जिसके बाद वन भूमि की निशानदेही के लिए राजस्व विभाग और वन विभाग की लगभग आधा दर्जन सदस्य संयुक्त टीम गठित कर उन्हें जांच का जिम्मा सौंपा गया है इसमें तहसीलदार नायब तहसीलदार और दो रेंज ऑफिसर भी शामिल है।

वन भूमि पर दुकान होने पर होगी कार्रवाई : डीएफओ

वन विभाग के डीएफओ रियासी अनिल कुमार अत्री ने बताया कि

रियासी का भीमगढ़ किला लोगों के लिए देखने तथा पर्यटन को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां अतिक्रमण चिता का विषय । इस सड़क की साइट पर वन भूमि भी है। जिसकी विशेष टीम द्वारा निशानदेही के बाद वन भूमि को वन विभाग अपने कब्जे में ले लेगा। ताकि निजी तथा वन भूमि से संबंधित कोई विवाद न रहे। अगर कोई भी दुकान या निर्माण वन भूमि पर पाया गया तो उस निर्माण से संबंधित व्यक्ति को अपना निर्माण खुद ही हटाने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। अगर उस पर अमल नहीं होता है तो फिर कानूनी तरीके से अवैध निर्माण को हटाया जाएगा।


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