इंजीनियर, डाक्टर और आइएएस अधिकारी बनने के बुने सपने
जागरण संवाददाता ऊधमपुर करियर बनाने की दिशा में पहला अहम पड़ाव पार करने वाले दिल्ली
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : करियर बनाने की दिशा में पहला अहम पड़ाव पार करने वाले दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) के विद्यार्थियों ने जीवन के लक्ष्य निर्धारित कर लिए हैं। विद्यार्थियों ने जीवन में डाक्टर, इंजीनियर, सीए और आइएएस अधिकारी बनने के सपने संजो लिए हैं। सपनों को पूरा करने के लिए वे आगे भी जीतोड़ मेहनत करेंगे।
दिल्ली पब्लिक स्कूल की टापर नैना खजूरिया अपने परीक्षा परिणाम से खुश भी है और संतुष्ट भी है। उसने कहा कि काफी समय से परीक्षा परिणाम का इंतजार था। नैना 97 फीसद अंकों के साथ स्कूल की टापर बनने से भी काफी खुश है। उसने कहा कि वह चार्टर्ड अकाउंटेंट के तौर पर अपना करियर बनाएगी।
वहीं, 95.2 फीसद अंकों के साथ दसवीं की परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाली काशवी चौधरी भी अपने परिणाम से खुश है। उसने कहा कि कोरोना संकट के बीच पढ़ाई काफी चुनौतीपूर्ण थी। मगर शिक्षकों और परिवार के लोगों के सहयोग से शानदार प्रदर्शन करने में सक्षम हुई है। काशवी ने कहा कि उसका लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करके सिविल सर्विसेज में जाना है। इसके लिए वह अपनी तैयारी अभी से शुरू कर देगी।
95.4 फीसद अंकों के साथ परीक्षा पास करने वाला शुभम चक्रवर्ती का लक्ष्य खगोल विज्ञानी बनना है। वह अपनी सफलता से खुश है और इसका श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देता है।
95.6 फीसद अंकों के साथ दसवीं में पास हुई आस्था सिंह भी परीक्षा परिणाम से संतुष्ट है। उसने कहा कि आनलाइन पढ़ाई करना कक्षा में बैठ कर पड़ने से अलग था। शुरू में तो कुछ दिक्कतें हुई, मगर बाद में इस तरह से पढ़ाई में मजा आने लगा। शिक्षक बेहतर तरीके से कांसेप्ट क्लीयर करते थे। आस्था का सपना डाक्टर बनकर समाज और विशेष रूप से गरीब व जरूरतमंद लोगों की सेवा करना है।
95.2 फीसद अंकों के साथ पास हुए वंश गुप्ता का लक्ष्य आइएएस अधिकारी बनकर देश और समाज के लिए काम करना है। ऋत्विक सारस्वत ने 96.4 फीसद अंकों के साथ परीक्षा पास की है। ऋत्विक का लक्ष्य साफ्टवेयर इंजीनियर बनना है वह अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों व स्वजनों को देता है।