स्कूटी फिसलने से सिर में लगी गंभीर चोट, अस्पताल में मौत
दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट कितना जरूरी है यह कघोट में हुए स्कूटी हादसे ने एक बार फिर बता दिया। स्कूटी फिसलने से सिर में लगी गंभीर चोट के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। यदि हेलमेट पहना होता तो शायद आज वह जीवित होता। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया गया है। मृतक हितांशु गुप्ता पुत्र सतीश गुप्ता रामनगर के वार्ड नंबर तीन का रहने वाला था।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट कितना जरूरी है, यह कघोट में हुए स्कूटी हादसे ने एक बार फिर बता दिया। स्कूटी फिसलने से सिर में लगी गंभीर चोट के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई। यदि हेलमेट पहना होता तो शायद आज वह जीवित होता। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया गया है। मृतक हितांशु गुप्ता पुत्र सतीश गुप्ता रामनगर के वार्ड नंबर तीन का रहने वाला था।
पुलिस के मुताबिक हितांशु वीरवार स्कूटी से ऊधमपुर की तरफ से रामनगर की तरफ आ रहा था। तभी रामनगर से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित रेत वाला पुल पर स्कूटी फिसल गई, जिससे वह अनियंत्रित हो कर गिर गया और उसका सिर सड़क से टकराया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने उसे फौरन उप जिला अस्पताल रामनगर पहुंचाया। वहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस बारे में रामनगर के थाना प्रभारी पुष्पिद्र सिंह ने बताया कि मृतक ने हेलमेट नहीं पहना था। यदि हेलमेट पहना होता तो स्कूटी से नीचे गिरने पर उससे सिर घातक चोट से बच जाता और शायद वह अपने परिवार के बीच होता।
यह हादसा उन सब लोगों के लिए सबक भी है, जो दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने से परहेज करते हैं। क्योंकि दोपहिया वाहन फिसलने से ऐसा हादसा कब और कहां हो जाए, कहना मुश्किल है। इसलिए दोपहिया वाहन चलाते समय हर कोई हेलमेट जरूर पहने। एसएचओ रामनगर पुष्पिद्र सिंह ने सभी लोगों को बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाते नजर आने वाले लोगों को जागरूक करने की अपील की है।
Edited By Jagran