50 मीटर सड़क नहीं बनने से अलेआ व त्योट पंचायत का दूसरे गांवों से संपर्क कटा
जुगल मंगोत्रा पौनी पीडब्ल्यूडी की लापरवाही कहें या फिर सड़क बनाने के लिए जमीन नहीं
जुगल मंगोत्रा, पौनी :
पीडब्ल्यूडी की लापरवाही कहें या फिर सड़क बनाने के लिए जमीन नहीं देने वाले व्यक्ति की मनमानी, मात्र 50 मीटर सड़क नहीं बन पाने के कारण अलेआ व त्योट पंचायत के करीब दस गांवों का संपर्क अन्य गांवों से कटा हुआ है। इससे ग्रामीणों और छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उक्त व्यक्ति के जमीन न देने से पिछले पांच साल से 50 मीटर सड़क नहीं बन पाई है। प्रशासन चाहे तो उक्त जमीन के बदले उसे कहीं और जमीन देने का आदेश देकर यह समस्या हल की जा सकती है, लेकिन शायद प्रशासन भी इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
गांवों को आर-पार से जोड़ने के लिए विभाग की तरफ से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से पुल बना दिया गया है। अगर मात्र 50 मीटर सड़क बनती है तो लोगों को गांव में वाहन ले जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। गांव में पुल के अलावा सड़क भी बन गई है, लेकिन थोड़ी सी सड़क का लिंक नहीं जुड़ने से पूरा क्षेत्र सड़क सुविधा से वंचित है।
पंचायत अलेया और त्योट के पूर्व सरपंच भरत सिंह, सरपंच केवल कृष्ण शर्मा का कहना है कि पिछले पांच साल से अलेआ, त्योट पंचायत के करीब दस गांवों को जोड़ने वाले पुल का निर्माण किया गया है, लेकिन मात्र 50 मीटर सड़क नहीं बनने से अब तक गांव के लोगों का अन्य गांवों से संपर्क नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि विभाग ने भी अब तक सड़क के लिए जमीन देने वाले व्यक्ति से बात करने की कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। अगर विभाग के अधिकारी उक्त व्यक्ति से सही तरीके से बात करते तो शायद वह जमीन देने के लिए राजी हो जाता। सड़क न बनने से विद्यार्थियों की पढ़ाई में रोड़ा
अलेआ व कला गांव के बीच से गुजरने वाले नाले के ऊपर पीडब्ल्यूडी की तरफ से पांच साल पहले पुल तो बना दिया गया, लेकिन उसके साथ सड़क का संपर्क नहीं जोड़ा गया है। पंचायत अलेआ और त्योट के करीब 50 विद्यार्थी हाई स्कूल त्योट में प्रतिदिन शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं, लेकिन मात्र 50 मीटर सड़क शिक्षा ग्रहण करने वाले दोनों पंचायतों के विद्यार्थियों के लिए रोड़ा बन गई है। बरसात के मौसम में त्योट और कला गांव से गुजरने वाले नाले का जलस्तर अधिक होने पर विद्यार्थी स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। एक तरफ पुल से स्कूल आने पर दूसरे हिस्से में सड़क का संपर्क नहीं होने पर विद्यार्थियों को पुल से नीचे उतरने में सीढ़ी का सहारा लेना पड़ता है, जिससे विद्यार्थियों की जान जोखिम में होती है। पंचायत अलेआ और त्योट गांव के लोगों ने विद्यार्थियों के पढ़ाई को देखते हुए पुल के दूसरे हिस्से को सड़क से जोड़ने की अपील की है, ताकि हाई स्कूल त्योट में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी बेफिक्र होकर पुल को आर-पार कर स्कूल पहुंच सकें। शिवगंगा नाले पर भी नहीं है पुल
सात साल पहले दादर से त्योट गांव में शुरू हुआ सड़क निर्माण भी अधूरा पड़ा हुआ है। रनसू के साथ लगते शिवगंगा नाले पर पुल नहीं होने से ग्रामीणों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी द्वारा सात साल पहले दादर मोड़ से त्योट गांव तक सड़क बनाने का काम शुरू किया गया था। तब शिवगंगा नाले पर पुल बनाने के लिए भी टेंडर हुआ था, लेकिन इतना समय बीत जाने पर न तो अब तक सड़क निर्माण पूरा हुआ है और न नाले पर पुल बनाया गया है।
गांववासी सुनील शर्मा, केवल कृष्ण, गोपाल कृष्ण, अशोक कुमार विजय वर्मा, संजय कुमार, सतीश कुमार, पूर्ण चंद आदि का कहना है कि पीडब्ल्यूडी से कई बार गांव में सड़क निर्माण पूरा करने व पुल बनाने की मांग की गई है, लेकिन लोगों की परेशानी की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पुल के दूसरे हिस्से को सड़क से जोड़ने के लिए जमीन नहीं देने वाले व्यक्ति से बहुत जल्द बात की जाएगी। अगर वह अपनी जमीन देने के लिए राजी हो जाता है तो सड़क के दूसरे हिस्से को भी पुल के साथ जोड़ दिया जाएगा। जमीन देने वाले व्यक्ति को मुआवजा देने की बात भी कही गई है, लेकिन वह मात्र 50 मीटर जगह नहीं दे रहा है।
- आरके कपाही, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी रियासी