बारिश व बर्फबारी ने रोकी किश्तवाड़ इलाके की रफ्तार
संवाद सहयोगी किश्तवाड़ बारिश व बर्फबारी की वजह से पूरे इलाके की रफ्तार धीमी पड़ गई है। कुछ
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : बारिश व बर्फबारी की वजह से पूरे इलाके की रफ्तार धीमी पड़ गई है। कुछ सड़कें बर्फबारी और कुछ सड़कें मलबा गिरने की वजह से बंद हो गई हैं। कुछ तो खोल दी गई, लेकिन बाकी सड़कें मौसम साफ होने पर ही खुल पाएंगी।
पूरे इलाके में रविवार से हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते इलाके की रफ्तार धीमी पड़ गई है। पहाड़ों पर बर्फ की सफेदी छा गई है। बुधवार शाम तक लगातार बारिश और बर्फबारी होती रही, जिसके चलते ठंड ने लोगों को जकड़ लिया है। ठंड से बचने के लिए कुछ लोग तो घरों में ही दुबके रहे तो कुछ तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। बाजार में रौनक भी कम देखने को मिल रही है। बाजार में वही लोग आ रहे हैं जिन्हें कुछ जरूरी काम हो, वरना बाकी लोग ठंड की वजह से घरों में ही दुबके हुए हैं। बर्फबारी की वजह से गुलाबगढ़-संसारी नाला की सड़क नहीं खुल पाई और किश्तवाड़-गुलाबगढ़ सड़क पर भी कई जगहों पर मलबा गिरने की खबरें हैं। संथन टॉप की सड़क पर बर्फ ने अपना कब्जा जमा रखा है, जो पिछले कई दिनों से बंद पड़ी हुई है। इस बर्फबारी ने इलाके में होने वाले डीडीसी चुनावों के प्रचार पर भी असर डाला है। पहले चरण के चुनाव मारवा और बाड़वन इलाके में होने हैं, लेकिन दोनों ही ब्लॉक में बर्फ इतनी ज्यादा पड़ रही है कि उम्मीदवारों को चुनावों के प्रचार के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। हालाकि प्रशासन ने चुनाव में हिस्सा लेने वाले सरकारी कर्मचारियों को सामग्री के साथ पहले ही हेलीकॉप्टर के जरिए रवाना कर दिया था, लेकिन उन्हें भी वहा पर बाहर निकलने में परेशानी आ रही है। पहले चरण का मतदान 28 नवंबर को होना है और दूसरे चरण का मतदान एक दिसंबर को पाडर व दक्षिण ब्लॉक में होना है। पाडर के बहुत सारे गाव ऐसे हैं, जो बर्फ की चपेट में हैं। अब इंतजार है तो मौसम साफ होने का। अगर ऐसा ही हाल रहा तो मतदान में कमी आ सकती है।