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जिस जगह पर हादसे की आशंका बनी रहती है वहां पर पीडब्ल्यूडी ने नहीं लगाया है डंगा

ठेकेदारों की लापरवाही के कारण एक ही जगह पर बार-बार लगाया गया डंगा पांचवीं बार गिर गया है। इसमें पीडब्ल्यूडी सड़क का काम कराने वाले ठेकेदारों की घोर लापरवाही सामने आई है। एक ही जगह पर बार-बार लगाया गया डंगा अब तक पांच बार गिर चुका है।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sun, 15 May 2022 04:30 PM (IST)Updated: Sun, 15 May 2022 04:30 PM (IST)
जिस जगह पर हादसे की आशंका बनी रहती है वहां पर पीडब्ल्यूडी ने नहीं लगाया है डंगा
ठेकेदारों ने डंगे में निर्माण सामग्री सही लगाई होती तो डंगा बार-बार नहीं गिरता।

पौनी, संवाद सहयोगी : इसे ठेकेदारों की लापरवाही कहें या फिर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सरकारी खजाने से निकाले गए पैसे की बर्बादी, पौनी के दोमेल क्षेत्र में ठेकेदारों की लापरवाही के कारण एक ही जगह पर बार-बार लगाया गया डंगा पांचवीं बार गिर गया है। इसमें पीडब्ल्यूडी सड़क का काम कराने वाले ठेकेदारों की घोर लापरवाही सामने आई है। एक ही जगह पर बार-बार लगाया गया डंगा अब तक पांच बार गिर चुका है। अगर ठेकेदारों ने डंगे में निर्माण सामग्री सही लगाई होती तो डंगा बार-बार नहीं गिरता।

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अब नेशनल हाइड्रो कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (एनएचसीपीएल) कंपनी की तरफ से करवाए जा रहे निर्माण कार्य में डंगे का निर्माण कार्य करने के बाद नाली बनाई जा रही है, लेकिन जिस जगह पर वर्ष 2014 से अब तक पांच बार डंगा गिरा है और उक्त स्थान पर हादसे की भी आशंका बनी रहती है, वहां पर डंगा नहीं लगाया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस जगह पर हादसे की आशंका बनी रहती है, वहां पर डंगा लगाना आवश्यक था, लेकिन कंपनी ने डंगों का काम बंद करने के बाद नाली का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। ऐसे में उक्त स्थान पर डंगा लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है।

आखिर क्यों गिरा बार-बार डंगा, होनी चाहिए जांच : पौनी के दोमेल में डंगा निर्माण कार्य में पीडब्ल्यूडी की लापरवाही कहें या फिर ठेकेदारों द्वारा डंगा लगाने में की गई खानापूर्ति, डंगे को एक तरफ सीमेंट लगाया गया था, लेकिन जिस तरफ सड़क पर वाहन चलते हैं उस तरफ सीमेंट नहीं लगाया गया था। इतना ही नहीं डंगे पर जहां-जहां लोगों व अधिकारियों की नजर पड़ती, वहां तक ठेकेदारों ने अच्छी खासी मरम्मत की थी, लेकिन जब डंगा गिरता है तब निर्माण कार्य की सारी पोल खुल जाती है।

वर्ष 2014 में बारिश के दौरान दोमेल में पहली बार डंगा क्षतिग्रस्त हुआ था। उसके बाद अब तक पांच बार एक ही जगह पर डंगे का निर्माण कार्य किया गया है, लेकिन हर बार घटिया निर्माण सामग्री लगाने के बाद डंगा क्षतिग्रस्त हो गया है। रियासी जिले के पीडब्ल्यूडी एक्सईएन जनक राज ने कहा कि मौजूदा समय में काम करवा रहे ठेकेदारों को उस स्थान पर भी डंगा लगवाना है। जब तक डंगा नहीं लगाया जाएगा, तब तक दोमेल क्षेत्र से काम बंद नहीं किया जाएगा


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