बारीदार सदस्यों व युवाओं ने श्राइन बोर्ड के खिलाफ किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी कटड़ा श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता न होने
संवाद सहयोगी, कटड़ा : श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता न होने का आरोप लगाते हुए कटड़ा में बारीदारान सेवा कमेटी के पूर्व प्रधान शेर सिंह के साथ सदस्यों व युवाओं ने कटड़ा में श्राइन बोर्ड के केंद्रीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
इस मौके पर बारीदारान सेवा कमेटी के पूर्व प्रधान शेर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि श्राइन बोर्ड को बैक डोर नियुक्ति को पूरी तरह बंद करना चाहिए, ताकि भर्ती प्रक्रिया में योग्य अभ्यर्थी को मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के सभी नियमों का सख्ती से पालन होना चाहिए। दूसरी ओर भर्ती प्रक्रिया में बारीदारों के बच्चों के साथ ही स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
वहीं, प्रदर्शन में शामिल अन्य युवाओं ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के नाम पर बैक डोर एंट्री पढ़े-लिखे युवाओं के साथ भद्दा मजाक है। युवाओं ने श्राइन बोर्ड से अपील की है कि वह श्राइन बोर्ड में समय-समय पर होने वाली भर्ती प्रक्रिया को लेकर स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दे और जितनी भी बैक डोर एंट्री हुई है, उनको निरस्त किया जाए। इस मौके पर अश्वनी समोत्रा, रतन सिंह, अश्वनी पंडित, राहुल देव सिंह, अशोक समोत्रा, कुलजीत मनोत्रा, अभिषेक समोत्रा, अविनाश सिंह के अलावा बारीदार सदस्य व अन्य युवा मौजूद थे। श्राइन बोर्ड पर नियुक्ति में धांधली का आरोप
काग्रेस के वरिष्ठ नेता सुमित मगोत्रा ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। ऊधमपुर में पत्रकारों से बातचीत करने हुए एक न्यूज चैनल पर चली खबर का हवाला देते उन्होंने कहा कि श्राइन बोर्ड ने सीनियर रिसेप्शनिस्ट पद पर एक युवती की गुपचुप तरीके से नियुक्ति कर ली। बाद में मामला खुलने पर उससे इस्तीफा ले लिया।
पत्रकारवार्ता में उन्होंने बताया कि श्राइन बोर्ड ने नौकरियों के लिए विज्ञापन निकाला था, जिसके लिए हजारों पढ़े-लिखे बेरोजगारों ने आवेदन दाखिल किए थे, जिसकी अंतिम तिथि 14 मई को थी। लेकिन एक न्यूज चैनल में यह दिखाया गया कि अभी रेक्रूटमेंट की प्रक्रिया खत्म भी नहीं हुई थी और एक युवती को श्राइन बोर्ड ने सीनियर रिसेप्शनिस्ट के पद पर नियुक्त कर लिया। जब इंटरनेट मीडिया पर यह खबर चली तो आवेदन की अंतिम तारीख से एक दिन पहले युवती ने इस्तीफा दे दिया और बोर्ड के अधिकारी ने इस्तीफा मंज़ूर कर लिया।