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अब तो काटे बिना ही लोगों को रुला रहा प्याज, फिलहाल कीमतें कम होने की उम्मीद नहीं

जागरण संवाददाता ऊधमपुर आम तौर पर प्याज को काटने पर आंखों से आंसू निकलते हैं। मगर इन

By Edited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 01:44 AM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 01:44 AM (IST)
अब तो काटे बिना ही लोगों को रुला रहा प्याज, फिलहाल कीमतें कम होने की उम्मीद नहीं
अब तो काटे बिना ही लोगों को रुला रहा प्याज, फिलहाल कीमतें कम होने की उम्मीद नहीं

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। आम तौर पर प्याज को काटने पर आंखों से आंसू निकलते हैं। मगर इन दिनों प्याज काटने पर नहीं बल्कि खरीदने पर आंसू निकल रहे हैं। प्याज के परचून भाव इस समय 110 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गए हैं। प्याज के आसमान छूते दामों की वजह से प्याज की बिक्री में खासी गिरावट आई है।

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प्याज कारोबारियों के अनुसार जनवरी मध्य तक लोगों को सस्ता प्याज मिलने के आसार नहीं है। सब्जी में प्याज का तड़का इन दिनों काफी महंगा हो गया है। पिछले एक माह में प्याज के दाम और ज्यादा चढ़ गए हैं। तकरीबन दो माह में प्याज के दाम में तकरीबन 100 रुपये का इजाफा हो चुका है। शारदीय नवरात्र से पहले बाजार में प्याज 20 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम था।

नवरात्र के बाद बढ़ी कीमतें

नवरात्र खत्म होने के साथ प्याज के दाम दोगुने होकर 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। इस बढ़ोतरी के बाद भी लोग प्याज खरीद रहे थे। मगर एक माह पहले प्याज के दाम 75 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। उसके बाद प्याज खरीदने पर लोगों की जेब ढीली होने लगी। इससे प्याज की बिक्री पर भी असर पड़ा। अब पिछले एक सप्ताह से प्याज के दामों में और वृद्धि हो गई है। मौजूदा समय में प्याज का दाम 110 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है।

प्याज की बिक्री में आई कमी

प्याज के चढ़े हुए दाम के कारण प्याज की बिक्री में भी कमी आई है। मंडी में 90 रुपये किलो बिक रहा प्याज प्याज का थोक कारोबार करने वाले गुड्डा फ्रूट कंपनी के मालिक अजय गुड्डा, कश्मीर फ्रूट कंपनी के सुनील गुड्डा, पवन ट्रेडिंग कंपनी के मालिक मक्खन लाल और रोशन ट्रे¨डग कंपनी के मालिक रोशन लाल ने बताया कि इस समय थोक मंडी में प्याज के भाव 90 रुपये प्रति किलोग्राम है। बीच बीच में दो से चार रुपये की कमी आती है, लेकिन इतनी कम कीमत गिरने या बढ़ने पर परचून भाव में कोई फर्क नहीं पड़ता।

जनवरी मध्य में कीमत कम होने के आसार

थोक कारोबारियों ने बताया कि महाराष्ट्र में बाढ़ की वजह से खराब हुई प्याज की फसल के कारण भाव इतने अधिक बढ़े हैं। हालांकि अफगानिस्तान से भी प्याज आ रहा है। मगर यह गुणवत्ता में काफी कम होता है। काफी बड़ा होने के साथ यह गलता नहीं है, जिस वजह से आम तौर पर इसी नहीं मंगवाया जाता। इसकी कीमतें 30 से 35 रुपये ही होती है। मगर इस बार यह प्याज भी परचून में 85 से 90 रुपये में बिक रहा है। इस समय बाजार में कैथल से आए प्याज की बिक्री ज्यादा हो रही है।

दाम बढ़े, गुणवत्ता गिरी

यह भी कमजोर गुणवत्ता वाला है, जिसकी थोक कीमत 80 से 90 के बीच है। जबकि बढ़िया प्याज के दाम परचून में 110 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम हैं। उनके मुताबिक सरकार प्याज के दामों पर नियंत्रण करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ईरान और बांग्लादेश से प्याज मंगवाया जा रहा है। इसके बावजूद प्याज के दाम जनवरी मध्य में कम होने की उम्मीद है। क्योंकि जनवरी मध्य से बाजार में भावनगर, गुजरात का प्याज पहुंचना शुरू हो जाएगा। जनवरी मध्य तक लोगों को महंगा प्याज ही खाना पड़ेगा।

क्या कहते हैं प्याज विक्रेता

बिक्री में 70 फीसद की गिरावट प्याज के थोक कारोबारी अजय गुड्डा, सुनील गुड्डा, रोशन लाल व मक्खन लाल ने कहा कि प्याज के दाम बढ़ने से प्याज का कारोबार भी प्रभावित हुआ है। पिछले तकरीबन दो माह की तुलना में प्याज की बिक्री 70 फीसद कम हो गई है। एक माह पहले तक यह गिरावट 50 फीसद थी। जिससे कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। बिना प्याज वाली सब्जियों का अधिक हो रहा प्रयोग प्याज के दाम चढ़ने की वजह से ज्यादातर घरों में प्याज का प्रयोग कम हो गया है। लोग या तो सब्जियों में प्याज का प्रयोग बेहद कम कर रहे हैं। या फिर ऐसी सब्जियां बना रहे हैं, जो प्याज के प्रयोग के बिना भी बनाई जा सकें।


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