ऊधमपुर शहर आने वाले पुराने मार्ग पर बनेगा नया पुल
अमित माही ऊधमपुर ओमाड़ा से सैला तालाब व शहर को आने के लिए ऊधमपुर शहर को जल्दी ही एक
अमित माही, ऊधमपुर :
ओमाड़ा से सैला तालाब व शहर को आने के लिए ऊधमपुर शहर को जल्दी ही एक और शार्टकट मार्ग मिलेगा। त्रिकुटा आइस फैक्टरी से होकर जैन स्कूल के पास से ओमाड़ा लिंक मार्ग को जोड़ने वाले इस मार्ग पर देविका नदी पर पुल का निर्माण किया जाएगा। यह रास्ता ऊधमपुर शहर को आने वाला सबसे पुराना रास्ता है। टेंडर होने के बाद इस मार्ग का काम ठेकेदार ने शुरू किया, मगर वन विभाग ने इसे बंद करवा दिया।
इस समय ओमाड़ा मोड़ से सैला तालाब और चबूतरा बाजार से शहर में आने के लिए ओमाड़ा मोड़ ही एक मात्र रास्ता है। यह रास्ता ओमाड़ा जाने के लिए शार्टकट होने के कारण बड़ी संख्या में लोग इसका इस्तेमाल सैला तालाब, चबूतरा से ओमाड़ा की तरफ जाने और वहा से आने के लिए करते हैं। मगर अब जल्द ही चबूतरा बाजार, सैला तालाब और देविका सैरगाह मार्ग तक पहुंचने के लिए देविका पर पुल का निर्माण होगा। यह पुल त्रिकुटा आइस फैक्टरी से जम्मू-श्रीनगर हाईवे को जाने वाले मार्ग और जैन स्कूल के पास से होते हुए देविका सैरगाह व ओमाड़ा लिंक रोड चौक पर बनी चुंगी वाले मार्ग को जोड़ेगा। नगर परिषद के मुताबिक स्टेड ब्रिजेस के तहत इस पुल का निर्माण किया जा रहा है। 81 लाख रुपये में इसका टेंडर हुआ है। पुल 15 मीटर लंबा और सवा चार मीटर चौड़ा होगा। इस पुल के बन जाने से ओमाड़ा की तरफ से सैला तालाब, सैरगाह रोड और चबूतरा की तरफ व शहर को आने के लिए लोगों को एक और वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा। ओमाड़ा लिंक मार्ग से पहले होता था शहर आने का शार्टकट मार्ग
जिस मार्ग पर देविका नदी पर पुल बनाया जाएगा, वह ओमाड़ा लिंक मार्ग से पहले शहर में आने का शार्टकट मार्ग था। हालाकि पहले यह पगडंडी वाला मार्ग होता था, जिस पर लोग पैदल, घोड़े व खच्चरों पर सामान लाद कर ऊधमपुर शहर आया करते थे। पहले मुख्य बाजार मेन बाजार हुआ करता था। यह रास्ता सीधे उसी तरफ जाता था। पहले इस रास्ते का प्रयोग करने वाले देविका नदी के बीच से होते हुए गुजरते थे। अब पुल बन जाने के बाद एक बार फिर से पुराना शार्टकट मार्ग उपलब्ध हो जाएगा। अब इस मार्ग से वाहन शहर में आ सकेंगे। लिंक रोड और सैरगाह मार्ग से त्रिकुटा आइस फैक्टरी की तरफ जाने वाले रास्ते पर पुल बनाया जाएगा। 81 लाख रुपये का टेंडर हो गया है। किसी समय जम्मू की तरफ से ऊधमपुर के मेन बाजार की तरफ आने का यह पैदल मार्ग होता था। इस पर से घोड़ा, खच्चर से सामान ढोकर बाजार में लाया और ले जाया जाता था। अब यह पुराना रास्ता ओमाड़ा की तरफ जाने का एक और विकल्प होगा, जिससे लोग अपनी सुविधा के मुताबिक प्रयोग कर सकेंगे। यह वैकल्पिक मार्ग जाम की स्थिति में लोगों के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगा। ठेकेदार ने काम शुरू किया, मगर वन विभाग ने इसे रुकवा दिया है। शहर में वन क्षेत्र नहीं होता। अलबत्ता इस जगह पर पहले मृत बच्चे दबाए जाते थे। खाली जमीन पर कुछ पेड़ लगाए गए थे। पेड़ भी ऐसी प्रजाति के नहीं हैं कि उनको काटने में कोई दिक्कत होगी। इस बारे में डीसी ऊधमपुर से बात करेंगे, जिससे की पुल का निर्माण जल्द शुरू करवाया जाए।
- डा. जोगेश्वर गुप्ता, नगर परिषद अध्यक्ष ऊधमपुर